देश का दिग्गज बिजनेस घराना टाटा ग्रुप हमेशा से ही अपने ऐसे फैसलों के बारे में जाना जाता रहा है। जिसमें कंपनी के साथ-साथ जनता का भी फायदा हुआ है। चाहे देश की सबसे छोटी कार लाने का श्रेय हो या नमक के जरिए हर घऱ के किचन तक की बात हो। टाटा ग्रुप ने सबसे पहले कंज्यूमर को ध्यान में रखा है। अब कुछ ऐसा ही फैसला टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा मोटर्स करने वाली है। अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो ये खबर आपसे जुड़ी हुई है। दरअसल टाटा मोटर्स करीब 7 साल बाद निवेशकों को डिविडेंट देने जा रही है।
अब आप सोच रहे होंगे कि ये डिविडेंट क्या है और इससे निवेशकों को कैसे फायदा मिल सकता है। तो आइए आपको पूरी बात समझाते हैं। दरअसल कंपनियां समय समय पर निवेशकों को शेयर पर डिविडेंट देती है, टाटा मोटर्स की बात करें तो इस कंपनी ने बीते 7 साल से निवेशकों के लिए डिविडेंट का ऐलान नहीं किया है। शेयर बाजार में बीते कुछ महीनों में कई कंपनियों ने निवेशकों को डिविडेंट देने की घोषणा की है। टाटा मोटर्स की 12 मई को बोर्ड मीटिंग होने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी बोर्ड मीटिंग में निवेशकों को डिविडेंट देने की घोषणा कर सकती है। दरअसल बीते कुछ सालों से ऑटो कंपनियां घाटे में चल रही थी। खासकर कोरोना काल के दौरान ऑटो सेक्टर को काफी नुकसान हुआ था। बढ़ते नुकसान के कारण कंपनियों ने डिवि़डेंट देना बंद कर दिया था।
इससे पहले वित्तवर्ष 2016 में टाटा मोटर्स ने निवेशकों को डिविडेंट देने का ऐलान किया था। अब चूकि कंपनी को तगड़ा मुनाफा हुआ है। इससे टाटा मोटर्स ने 30 मई 2016 को डिविडेंट देने की घोषणा की थी। अब करीब 7 साल बाद कंपनी फिर से डिविडेंट देने की घोषणा कर सकती है। कंपनी ने तीसरे तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया था। तीसरे क्वार्टर में टाटा मोटर्स का कंसोलिडेटेड मुनाफा 3043 करोड़ था। वहीं कपनी की बिक्री भी 88 हजार करोड़ के पार थी। अब चौथी तिमाही के नतीजे 12 मई को आने वाले है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि नतीजों के बाद कंपनी डिविडेंट देने का ऐलान कर सकती है। क्या होता है डिविडेंट
डिविडेट एक तरह का बोनस पेमेंट होता है जो कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को देती है। मान लीजिए कि आपने टाटा मोटर्स के शेयर खरीद रखे हैं। तो कंपनी आपके शेयरों पर अलग से बोनस जारी करेगी। इसे और आसानी से आप ऐसे समझ सकते है कि जब कंपनी मुनाफा कमाती है तो आपको मुनाफे का कुछ हिस्सा डिविडेंट के रुप में देती है। डिविडेंट पाने के लिए आपके पास उस कंपनी का शेयर होना जरुरी होता है।