25 Apr 2024, 18:48:51 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » National

खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता के लिए 11 हजार करोड़ रुपए की घोषणा की मोदी ने

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 9 2021 9:09PM | Updated Date: Aug 9 2021 9:42PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को खाद्य तेल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने और इसके आयात पर निर्भरता घटाने के लिए सोमवार 11 हजार करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की।
 
मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत देश के लगभग 10 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 19 हज़ार 500 करोड़ रुपए से भी अधिक रकम उनके खाते में भेजने के बाद कहा कि खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता के लिए अब राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ऑयल पाम का संकल्प लिया गया है। इस मिशन के माध्यम से खाने के तेल से जुड़ी प्रणाली पर पर 11 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा। सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि किसानों को उत्तम बीज से लेकर तकनीक और उसकी हर सुविधा मिले। इस मिशन के तहत ऑयल-पाम की खेती को प्रोत्साहन देने के साथ ही अन्य पारंपरिक तिलहन फसलों की खेती को भी विस्तार दिया जाएगा।
 
भारत खाद्य तेल के उपभोग में दुनिया में प्रथम स्थान पर है लेकिन मांग का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा आयात से पूरा होता है। खाद्य तेल की मांग पूरी करने के लिए ब्राजील, मलेशिया, इंडोनेशिया और अन्य देशों से खाद्य तेल मंगाया जाता है।
 
मोदी ने कहा कि भारत कृषि निर्यात के मामले में पहली बार दुनिया के टॉप-10 देशों में पहुंचा है। कोरोना काल में ही देश ने कृषि निर्यात के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। आज जब भारत की पहचान एक बड़े कृषि निर्यातक देश की बन रही है, तब हम खाद्य तेल की अपनी जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर रहें, ये बिल्कुल उचित नहीं है। इसमें भी आयातित ऑयल-पाम, का हिस्सा 55 प्रतिशत से अधिक है। इस स्थिति को हमें बदलना है। खाद्य तेल खरीदने के लिए हमें जो हज़ारों करोड़ रुपए विदेश में दूसरों को देना पड़ता है, वह देश के किसानों को ही मिलना चाहिए। भारत में पाम–ऑयल की खेती के लिए हर जरूरी संभावनाएं हैं। नॉर्थ ईस्ट और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में, विशेष रूप से इसे बहुत बढ़ाया जा सकता है। ये वह क्षेत्र हैं, जहां आसानी से पॉम की खेती हो सकती है।
 
मोदी ने कहा कि खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता के इस मिशन के अनेक लाभ हैं। इससे किसानों को तो सीधा लाभ होगा ही, गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को सस्ता और अच्छी क्वालिटी का तेल भी मिलेगा। यही नहीं, ये मिशन बड़े स्तर पर रोजगार का निर्माण करेगा, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बल देगा। जिन राज्यों में पाम-ऑयल की खेती होगी, वहां ट्रांसपोर्ट से लेकर फूड प्रोसेसिंग यूनिट में युवाओं को अनेक रोज़गार मिलेंगे। ऑयल-पाम की खेती का बहुत बड़ा लाभ देश के छोटे किसानों को मिलेगा। ऑयल-पाम का प्रति हेक्टेयर उत्पादन बाकी तिलहन फसलों की तुलना में बहुत ज्यादा होता है। संपादक कृपया शेष पूर्व प्रेषित से जोड़ लें।
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »