मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने कोरोना की दूसरी लहर के घटते प्रभाव के साथ-साथ देश में बढ़ते टीकाकरण के बल पर वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) की वृद्धि के लिए वित्त वर्ष 2021-22 के अनुमान को 9.5 फीसदी पर यथावत रखा है। केन्द्रीय बैक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की चालू वित्त वर्ष की तीसरी तीन दिवसीय बैठक के बाद कहा कि अर्थव्यवस्था कोरोना की दूसरी लहर के बाद वापसी की राह पर है। उन्होंने कहा कि तेजी से टीकाकरण अभियान के साथ-साथ उत्साहजनक निर्यात और मौद्रिक के साथ-साथ वित्तीय सहायता ने रिकवरी में सहायता की है। निजी और सरकारी खपत, निवेश के साथ मांग में सुधार हो रहा है। बाहरी मांग में तेजी आ रही है। समिति ने नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।