नई दिल्ली। आने वाले दिनों में हवाई सफर और महंगा होने के आसार हैं। आयल मार्केटिंग कंपनियों ने शुक्रवार को घरेलू एयरलाइंस के लिए विमान ईधन यानी एयर टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमत 2.44 फीसद की बढ़ा दी है। इसकी कीमत पहली जुलाई को 68,262.35 रुपये प्रति किलोलीटर थी, जो 16 जुलाई को 69,857.97 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई।
मुंबई में इसकी कीमत 66,482.90 रुपये प्रति किलोलीटर से बढ़कर 68,064.65 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है।ईधन की कीमत बढ़ने से विमानन कंपनियों की परिचालन लागत बढ़ जाती है। विमान के परिचालन में सबसे अधिक खर्च (35-50 फीसद) ईधन के तौर पर होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक ईधन की कीमत बढ़ने से पहले से ही दिक्कतों से जूझ रहीं विमानन कंपनियों की बैलेंस शीट पर असर पड़ सकता है।
जनवरी से अब तक एटीएफ में 40 फीसद तक बढ़ोतरी हो चुकी है। इस वर्ष की शुरुआत में एटीएफ की कीमत 50,000 रुपये प्रति किलोलीटर थी, जो अब लगभग 70,000 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है। हालांकि विमानन कंपनियों के पास विदेश से भी एटीएफ खरीदने का विकल्प है, लेकिन सीमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के चलते यह बहुत लाभप्रद दिखाई नहीं पड़ता है।
विमानन कंपनियों की दिक्कतें यहीं कम नहीं होती हैं। माना जा रहा है कि अगर उन्होंने एटीएफ की बढ़ी हुई कीमतों का बोझ यात्रियों पर डालने की कोशिश की तो लोग हवाई यात्रा से दूरी बना सकते हैं। एक बजट एयरलाइंस के अधिकारी ने कहा कि एटीएफ की बढ़ती कीमत और अनिश्चित मांग का असर कंपनी के विस्तार पर पड़ेगा। खासतौर पर उन मार्गो पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा, जहां पर यात्रियों की संख्या सीमित है।