नई दिल्ली। RBI को भरोसा है कि कोविड़ की दूसरी लहर से Economy को उतना नुकसान नहीं हुआ है, जितने की आशंका थी। लेकिन RBI यह भी मान रहा है कि Economy को सही रास्ते पर लाना अकेले उसके बूते की बात नहीं होगी। यही वजह है कि RBI गवर्नर डॉ. शक्तिकांत दास ने संक्रमण की दूसरी लहर के बाद Economy को सही दिशा में लाने के लिए सरकार के स्तर पर भी बड़े कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया है। मौद्रिक नीति समिति की हालिया बैठक की अध्यक्षता करते हुए RBI गवर्नर डॉ. शक्तिकांत दास ने कहा है कि Economy को गति देने के लिए राजकोषीय, मौद्रिक और क्षेत्रीय हर स्तर पर कदम उठाने होंगे। गवर्नर समेत एमपीसी के सभी छह सदस्यों ने फिलहाल ब्याज दरों को स्थिर रखने का समर्थन किया है। लेकिन समिति ने यह आश्वासन भी दिया है कि आगे हालात को देखते हुए ब्याज दर निचले स्तर पर रखने की कोशिश जारी रहेगी।
RBI गवर्नर ने स्पष्ट कहा है कि कोविड़ की दूसरी लहर के बाद Economy को पटरी पर लाने के लिए समग्र मौद्रिक उपाय किए जाने की जरूरत है। साथ ही यह भी व्यवस्था होनी चाहिए कि महंगाई की स्थिति भी आने वाले दिनों में लक्ष्य (2से 6%) के दायरे में हो। कृषि क्षेत्र की स्थिति को उन्होंने बेहद संतोषजनक बताया है और कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में इसका योगदान काफी अहम होगा।
MPC के सभी 5 सदस्यों ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद इकोनॉमी की रफ्तार को लेकर अनिश्चतता है। लेकिन यह भी संकेत है कि हालात पिछले वर्ष की तरह खराब नहीं हैं। सभी ने महंगाई के मोर्चे को लेकर उपजे संकेतों और ग्रामीण व अर्ध-शहरी क्षेत्रों में मांग घटने को लेकर चिंता जताई है। सबका यह भी मानना है कि टीकाकरण की रफ्तार से ही आगे की स्थिति स्पष्ट होगी। केंद्रीय बैंक ने यही बात 1 दिन पहले Economy के हालात पर जारी एक अन्य रिपोर्ट में की है।