हल्द्वानी। उत्तराखंड में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की दूसरी लहर की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के बाद भी हल्द्वानी में चुनिंदा ब्रांड के थोक कारोबारियों ने मुनाफा कमाने के उद्देश्य से स्थानीय स्तर पर गुटखा और सिगरेट के दाम बढ़ा दिये हैं। इस कारण आम उपभोक्ताओं को इन वस्तुओं के लिए अब अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से अधिक दाम चुकाने पड़ रहे है। रिटेलरों का कहना है कि डिस्ट्रीब्यूटर्स की ओर से इन वस्तुओं के दाम बढ़ाने के कारण ऐसा हुआ है। बाजार में सर्वाधिक मांग वाले तानसेन, कमलापसंद, गगन और दिलबाग ब्रांड के गुटखा तथा आईटीसी की कैप्सटन एवं गोल्डफ्लेक सिगरेट उपभोक्ताओं को एमआरपी से अधिक दाम पर क्रय करनी पड़ रही है।
नगर में हीरा नगर क्षेत्र के एक दुकानदार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि नयी दिल्ली में छह दिन का लाकडॉउन घोषित होने के दिन से ही शहर में इन वस्तुओं की कालाबाजारी चल रही है। वह कहते हैं कि प्रिंट रेट से अधिक दाम पर गुटखा, सिगरेट बेचने से ग्राहक बिफर रहे हैं लेकिन हम मजबूर हैं क्योंकि डिस्ट्रीब्यूटर स्तर से ही इन वस्तुओं के दाम बढ़कर मिल रहे हैं। सामान्य दिनों में 50 पाउच का तानसेन ब्रांड गुटखा का पाकेट रिटेलर को 209 रुपये में मिलता था जबकि वर्तमान में यह 230 से 240 रुपये प्रति पैकेट के बीच रिटेलरों को मिल रहा है।
इसके अलावा रिटेलरों को अब कमलापसंद (39 पाउच), गगन (30 पाउच) और दिलबाग (90 पाउच) गुटखे का पाकेट भी क्रमश: 22, 17 तथा 59 रूपये अधिक दाम पर खरीदना पड़ रहा है। वहीं पूर्व में रिटेलरों को 60 रुपये में मिलने वाली कैप्सटन सिगरेट की एक डिब्बी अब 62 रुपये में और प्राय: 86 रुपये पचास पैसे की मिलने वाली गोल्डफ्लेक सिगरेट की डिब्बी 90 रुपये की मिल रही है। कुल मिलाकर अधिक मुनाफा कमाने की इस होड़ में जेब उपभोक्ता की ही जेब कट रही है।