मुंबई। कोविड-19 के तेजी से बढ़ते संक्रमण और इस कारण राज्यों द्वारा लागू किये गये प्रतिबंधों से आज शेयर बाजार में भूचाल आ गया और चौतरफा बिकवाली के बीच बीएसई का सेंसेक्स तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी करीब ढाई महीने के निचले स्तर तक लुढ़क गये। देश में कोविड-19 के नये मामले पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ते जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह जारी आँकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 1,68,912 नये मामले आये हैं।
कई राज्यों ने संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए नये सिरे से प्रतिबंध लगाये हैं। निवेशकों को डर है कि एक बार फिर लॉकडाउन जैसी स्थिति बन सकती है। शुरू से ही दबाव में रहा सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 1,707.94 अंक यानी 3.44 प्रतिशत लुढ़क कर 47,883.38 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 524.05 अंक यानी 3.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,310.80 अंक पर रहा। शेयर बाजार में गिरावट के कारण निवेशकों को 8.69 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। यह दोनों प्रमुख सूचकांकों में इस साल 26 फरवरी के बाद सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है।
सेंसेक्स 29 जनवरी के बाद पहली बार 48 हजार अंक से नीचे बंद हुआ जबकि निफ्टी का यह एक फरवरी के बाद का निचला स्तर है। कमजोर निवेश धारणा के कारण रुपया भी 32 पैसे लुढ़ककर 75.05 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो आठ महीने का निचला स्तर है। मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों पर और अधिक दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 5.32 फीसदी टूटकर 19,656.75 अंक पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 4.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ 20,557.01 अंक पर आ गया।