अहमदाबाद। कोरोना महामारी के बावजूद 2020-21 के दौरान पश्चिम रेलवे ने पार्सल विशेष गाड़यिों के माध्यम से 3.0 लाख टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं को देश के अन्य भागों में पहुंचाया जिससे लगभग 108.96 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर की ओर से यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कोविड महामारी को देश में आए हुए एक साल हो गया है। कोविड महामारी के कठिन समय में भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए प रेलवे द्वारा देश भर में माल और पार्सल विशेष ट्रेनों का लगातार परिचालन किया जा रहा है।
वर्ष 2020-21 के दौरान प रेलवे ने अपनी 1027 पार्सल विशेष गाड़यिों के माध्यम से 3.0 लाख टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं को देश के अन्य भागों में पहुंचाया, जिसमें मुख्य रूप से कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि शामिल हैं। इस यातायात के फलस्वरूप लगभग 108.96 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। कोरोना महामारी के बावजूद निरंतर प्रयासों के कारण प रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान फ्रेट लोडिंग में विभिन्न सोपान पार करते हुए 80.72 मिलियन टन का माल लदान किया है जो पिछले वर्ष के 77.06 मिलियन टन से 4.7 प्रतिशत अधिक है। कोविड महामारी को देश में आए हुए एक साल हो गया है।
कोविड महामारी के कठिन समय में भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए प. रेलवे द्वारा देश भर में माल और पार्सल विशेष ट्रेनों का लगातार परिचालन किया जा रहा है। लॉकडाउन के समय में विभिन्न बाधाओं के बावजूद प रेलवे ने माल ढुलाई के क्षेत्र में विभिन्न मील के पत्थरों को पार किया है। ठाकुर ने बताया कि अप्रैल-मई 2020 की अवधि के दौरान कोविड-19 महामारी और सम्पूर्ण लॉकडाउन के कारण प्रारम्भिक रूप से पश्चिम रेलवे ने पिछले वर्ष के 13.10 मिलियन टन के मुकाबले 32.5 प्रतिशत कम अर्थात महज 8.84 मिलियन टन का लदान किया था लेकिन सप्रयास वापसी करते हुए पिछले वित्तीय वर्ष की लोडिंग के लक्ष्य को पार कर लिया। आयातित कोयले में भारी गिरावट के कारण कोयले की लोडिंग में भारी कमी के बावजूद लगातार कोशिशों के चलते फर्टिलाइजर्स, सीमेंट, खाद्यान्न, लोहा और इस्पात, नमक और ऑटो की लोडिंग में काफी इजाफा किया है।