नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कई महत्वपूर्ण आंकड़ों (बिजली खपत, पीएमआई) से विभिन्न क्षेत्रों में तीव्र गति से सुधार (V शेप रिकवरी) के संकेत मिल रहे हैं। यह पुनरुद्धार सरकार के कोविड-19 महामारी से प्रभावित आर्थिक वृद्धि को पटरी पर लाने के लिए किए गए विभिन्न उपायों का नतीजा है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक और वित्तीय सीमिति (आईएफसी) की पूर्ण बैठक को वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि कई निम्न आय और विकासशील देश गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले करोड़ों लोगों की आजीविका को बचाए रखने और उसे सुनिश्चित करने की चुनौती से जूझ रहे हैं। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार सीतारमण ने कहा कि इन देशों में जो पुनरुद्धार और पुनर्वास के प्रयास हो रहे हैं, उसे किसी भी तरीके से कमजोर नहीं होने देना चाहिए।
उन्होंने भारत में तीव्र और मजबूत आर्थिक पुनरुद्धार को लेकर आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत किए गए उपायों की भी जानकारी दी। बयान के अनुसार, उन्होंने विनिर्माण, पीएमआई (परचेर्जिंग मैनेजर इंडेक्स) समेत कई उच्च आवृत्ति के आंकड़ों के आधार पर गिरावट के बाद तीव्र गति से पुनरुद्धार (V शेप) का जिक्र किया। विनिर्माण पीएमआई सितंबर 2020 में आठ महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह विनिर्माण क्षेत्र में मजबूती के साथ सुधार आने की संभावना को बताता है।