नई दिल्ली। रेलवे ने चार साल में माल ढुलाई 67 प्रतिशत बढ़ाकर 200 करोड़ टन सालाना करने का लक्ष्य रखा है जिसे पूरा करने के लिए नेटवर्क विस्तार के साथ ही वह गैर-परंपरागत कार्गो को आकर्षित करने पर भी फोकस करेगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद यादव ने आज एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘‘पिछले साल अगस्त की तुलना में इस साल अगस्त में माल ढुलाई में सात प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। हम समेकित योजना के तहत इस वृद्धि को आगे भी जारी रखने पर काम कर रहे हैं।
हमारा लक्ष्य वर्ष 2024 तक लदान बढ़ाकर 202.4 करोड़ टन करने का है जो अभी 120 करोड़ टन है।’’ उन्होंने बताया कि यह लक्ष्य हासिल करने के लिए एक तरफ रेलवे अपने बुनियादी ढाँचों को बेहतर बनाने का काम कर रहा है और दूसरी तरफ वह गैर-परंपरागत कार्गो को आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है। यदि कोई ग्राहक किसी खास प्रकार के सामान के लिए किसी खास रूट पर ट्रेन चलाना चाहता है तो ‘व्यापार माला योजना’ के तहत रेलवे इसके लिए तैयार है।
जरूरत पड़ी तो विशेष तरह के सामान के लिए विशेष प्रकार के वैगन भी डिजाइन किये जायेंगे। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि ग्राहकों से संवाद के लिए वह आने वाले पखवाड़े में एक विशेष पोर्टल की शुरुआत करने जा रही है। इस ‘कारोबार विकास सहभागिता पोर्टल’ पर ग्राहक सीधे रेलवे के अधिकारियों से संवाद कर सकेंगे और बता पायेंगे की उनकी जरूरत किस प्रकार की है।