नई दिल्ली। गलवान घाटी की घटना के बाद देश में चीनी सामान और सोशल मीडिया ऐप को लेकर देश में गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है और अब अखिल भारतीय व्यापारी संघ (कैट) ने ‘जूम’ का बहिष्कार कर ‘जियोमीट’ ऐप का इस्तेमाल करने का एलान किया है। कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने मंगलवार को कहा कि परिसंघ से जुड़े संघों और व्यापारियों ने अपनी बैठकों और वार्ताओं में जूम ऐप का इस्तेमाल नहीं करने का सर्वसम्मति से फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि कैट अब जूम ऐप का उपयोग नहीं करेगा। कैट ने जूम के स्थान पर रिलायंस के जियोमीट ऐप का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि देश के सात करोड़ व्यापारी और 40 हजार व्यापारी संघों में गलवान घटना के बाद चीन के खिलाफ अत्यधिक रोष है और वह चीनी ऐप की बजाय अन्य विकल्पों को लेकर गंभीर हैं। रिलांयस ने जियो एप गुरुवार को सभी के लिए उपलब्ध करा दिया है और इसमें असीमित मुफ्त वीडियो काफ्रेंसिग की सुविधा है।
मेजबान समेत सौ लोग एक साथ असीमित समय के लिये मुफ्त में अपनी बैठक और वार्तालाप आराम से कर सकते हैं। पंद्रहवें वित्त आयोग के प्रमुख एन के सिंह ने भी कहा है कि आयोग की आगामी बैठकों और वार्ताओं को जियोमीट पर ही कराने पर विचार किया जा रहा है। जूम ऐप के मालिक चीनी मूल के अमेरिकी एरिक युआन हैं जो कंपनी के सीईओ भी हैं। वह चीन के शांगझांग प्रांत के रहने वाले हैं, जिन्होंने अमेरिका के कैलिफोर्निया जाकर सिलिकॉन वैली में अपनी कंपनी शुरू की है। कंपनी इसी आधार पर दावा करती है कि जूम चीनी नहीं अमेरिकी ऐप है।