नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने इस वर्ष मार्च में समाप्त तिमाही में 3581 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में अर्जित 838 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में चार गुना अधिक है। बैंक ने आज जारी वित्तीय लेखाजोखा में कहा कि क्रेडिट कार्ड कारोबार इकाई एसबीआई कार्ड्स में हिस्सेदारी बेचने से उसे इस तिमाही में 2731 करोड़ रुपये का लाभ हुआ जिससे उसके मुनाफे में यह भारी बढोतरी दर्ज की गयी है।
बैंक ने मार्च में समाप्त तिमाही में 3581 करोड़ रुपये का लाभ कमाया मार्च 2019 में समाप्त तिमाही में अर्जित लाभ की तुलना में 327 प्रतिशत अधिक है। बैंक ने कहा कि मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में उसका शुद्ध लाभ 14488 करोड़ रुपये रहा जो वर्ष 2018-19 में अर्जित 862 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में 1580 प्रतिशत अधिक है जो बैंक के लिए अब तक सबसे अधिक वार्षिक लाभ है।
इस अवधि में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 11.02 प्रतिशत बढ़ा है। मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में बैंक का सकल गैर निष्पादित परिसंपत्ति के स्तर में सुधार हुआ है और यह दिसंबर में समाप्त तिमाही के 6.94 प्रतिशत की तुलना में मार्च में समाप्त तिमाही में सुधर कर 6.15 प्रतिशत पर आ गया। इस दौरान जोखिम में फंसे ऋण के लिए 11894 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।