नोएडा। लॉकडाउन में कुछ लोग बिजली बिल माफ करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, लॉकडाउन के बाद से उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के हिसाब से बिजली के बिल नहीं मिल पा रहे थे। उस दौरान बिजली विभाग ने अन्य विकल्प से उपभोक्ताओं को बिल दिए, लेकिन वह कारगर नहीं हो सके और 60-70 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने बिल नहीं मिलने की वजह से जमा ही नहीं किए। इस कारण बिजली विभाग को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा था, लेकिन अब बिजली विभाग की टीम फील्ड में सक्रिय हो गई है। टीम के सदस्य लोगों के घर जाकर मीटर रीडिंग के हिसाब से बिल बनाकर दे रहे हैं।
चीफ इंजीनियर वीएन सिंह ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं के लिए बिल जमा करने की तारीख 31 मई निर्धारित की गई है। 31 मई तक बिल जमा नहीं करने वालों पर पेनल्टी लगेगी। बता दें कि लॉकडाउन में ऑफिस, स्कूल, इंडस्ट्री आदि बंद होने के कारण शहर में बिजली की डिमांड काफी कम थी। इस दौरान केवल घरेलू उपोभक्ताओं ने ही बिजली का इस्तेमाल किया। बताया जा रहा है कि मार्च, अप्रैल और मई में पहले बिजली की डिमांड एक हजार से 1200 मेगावाट के आसपास रहती थी, लेकिन इस बार मार्च-अप्रैल और आधी मई तक यह डिमांड 500 मेगावॉट रही। हालांकि लॉकडाउन-4 में कुछ इंडस्ट्री और ऑफिस खुले और गर्मी भी बढ़ी तो यह मांग 700 मेगावॉट पहुंच गई है।