नई दिल्ली। मोदी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। अब सभी किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड बनेगा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के दूसरे चरण में इसकी घोषणा की। सरकार ने कहा है कि सिर्फ तीन डॉक्युमेंट्स पर ही किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनेगा। इसके लिए बैंक पीएम किसान सम्मान निधि का भी डाटा इस्तेमाल कर सकते हैं। आवेदन के 15 दिन के भीतर केसीसी जारी करने को कहा गया है।
केसीसी पर लिए गए 3 लाख रुपये तक के लोन की ब्याज दर 9 फीसदी है। लेकिन सरकार इसमें 2 फीसदी की सब्सिडी देती है। इस तरह यह 7 फीसदी पड़ता है। लेकिन समय पर लौटा देने पर 3 फीसदी और छूट मिल जाती है इस तरह किसानों के लिए यह 4 फीसदी ही रह जाती है। सरकार ने केसीसी पर लिए गए लोन के भुगतान की तारीख आगे बढ़ाकर 31 मई कर दी है।
इससे पहले, सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने वाले किसानों के लिए प्रोसिंग फीस, इंस्पेक्शन और लेजर फोलिया चार्ज देना होता था, इसे अब खत्म कर दिया गया था इसमें 3 लाख रुपये का लोन मिलता है। पहले बिना गारंटी 1 लाख रुपये का लोन मिलता था जिसे बढ़ाकर 1.60 लाख रुपये कर दिया गया है।
खेती-किसानी से जुड़ा कोई भी शख्स चाहे वह अपने खेत में खेती करता हो यो किसी और की जमीन पर किसानी करता हो, किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकता है केसीसी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की लोन की अवधि समाप्त होने तक न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होना चाहिए 60 साल से ज्यादा उम्र के आवेदक के लिए एक सह-आवेदक होना जरूरी है यह आवेदक का नजदीकी रिश्तेदार हो सकता है सह-आवेदक की उम्र 60 साल से कम होना जरूरी है।