नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में चल रही जंग का फायदा भारतीय उपभोक्ताओं को मिल रहा है। पेट्रोल और डीजल के दामों में को लगातार सातवें दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा। दिल्ली में 6 दिनों में पेट्रोल 2.69 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया, जबकि डीजल का दाम 2.33 रुपये प्रति लीटर कम हो गया। देश के अन्य शहरों में भी पेट्रोल व डीजल के दाम में एक रुपया प्रति लीटर से ज्यादा की गिरावट आई है। पिछले कुछ दिनों से सऊदी अरब और रूस के बीच ऑयल की कीमतों में जंग छिड़ने से सोमवार को कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार में 31 प्रतिशत तक टूट गई थी।
कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कमी से देश के आयात बिल में कमी आएगी और इससे खुदरा कीमतें भी कम होंगी। हालांकि इससे पहले से दबाव में चल रही ओएनजीसी जैसी कंपनी की हालत और खराब होगी। विभिन्न क्षेत्रों के लिए लागत कम होने से देश की अर्थव्यवस्था को थोड़ा संबल मिलेगा। इससे कई क्षेत्रों के लिये कच्चे माल की लागत कम होगी। बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों द्वारा जारी कीमत अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत सोमवार को 70.20 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। कच्चे तेल की कीमत में एक डॉलर की कमी से भारत का आयात बिल 2,936 करोड़ रुपये कम होता है। इसी तरह डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में एक रुपये प्रति डॉलर का बदलाव आने से भारत के आयात बिल पर 2,729 करोड़ रुपये का अंतर पड़ता है।