नई दिल्ली। एलआईसी की एक खास स्कीम आपके लिए बेस्ट हो सकती है। मगर ध्यान रहे कि एलआईसी की इस स्कीम में निवेश करने का आपके पास सिर्फ 31 मार्च तक ही मौका है। सरकार ने इस योजना की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2020 से आगे नहीं बढ़ाई है। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई) पेंशन योजना, जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए है, केवल 31 मार्च 2020 तक ही उपलब्ध है। यह तत्काल वार्षिकी एलआईसी पेंशन योजना रिटायर होने के बाद आपको एक गारंटीड इनकम प्रदान कर सकती है।
60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिक इस योजना में निवेश कर सकते हैं जिसमें उन्हें 10 वर्ष तक 10,000 रुपये तक की मासिक आय की गारंटी मिलेगी। इस योजना में निवेश करने के लिए अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं रखी गयी है। कितना मिलता है वार्षिक रिटर्न- पीएमवीवीवाई में किसी निवेशक को हर साल 8 से 8.30 फीसदी का गारंटीड रिटर्न मिलेगा।
मगर ये इस बात पर निर्भर करेगा कि आप योजना में कितने समय पर भुगतान प्राप्त करना चाहते हैं। पीएमवीवीवाई में आपको मासिक, तिमाही, छमाही और वार्षिक पेंशन भुगतान लेने का विकल्प मिलेगा। पर इसमें आपको मिलने वाली राशि पर टैक्स लगेगा। इस योजना में 1.5 लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक का निवेश करने का विकल्प होता है। इसी पर हर महीने 1000 रुपये से 10000 रुपये तक की पेंशन मिलती है। 1.5 रुपये जमा करवाने पर 1000 रुपये रुपये की पेंशन मिलेगी। वहीं 10000 रुपये मासिक पेंशन पाने के लिए 15 लाख रुपये जमा करने होंगे।
कौन-कौन से कागज चाहिए- पीएमवीवीवाई पेंशन स्कीम के लिए आपको कुछ डॉक्युमेंट जमा करवाने होंगे। इस योजना के फॉर्म के साथ आपको पैन कार्ड की कॉपी, एड्रेस प्रूफ की कॉपी, जिसके लिए आधार या पासपोर्ट की कॉपी दी जा सकती है। भुगतान आप जिस बैंक खाते में चाहते हैं उस बैंक के चेक या पासबुक के पहले पेज की कॉपी देनी होगी। इस योजना में ऑनलाइन निवेश का विकल्प भी मिलता है। इसके लिए
एलआईसी की वेबसाइट पर https://eterm.licindia.in/onlinePlansIndex/pmvvymain.do पर जा सकते हैं।
पीएमवीवीवाई में तीन साल के बाद आप लोन भी ले सकते हैं। आप जितनी राशि इस योजना में निवेश करेंगे उसका आपको 75 फीसदी तक लोन मिल जायेगा। इस लोन पर ब्याज दर आवधिक तौर पर की जाती है। 30 अप्रैल 2018 तक जिन लोगों ने इस योजना पर लोन पर लिया है उनके लिए ब्याज दर 10 फीसदी है। बता दें कि लोन के ब्याज को दी जाने वाली पेंशन राशि में से काट लिया जाता है। वहीं बकाया लोन योजना में से एक्जिट के समय वसूला जाता है।