अहमदाबाद। देश में बहुमंजिली इमारतों और अन्य आधारभूत संरचनाओं की गहरी नींव बनाने से संबंधित टॉप डाऊन निर्माण में अग्रणी कंपनी गुजरात आधारित हेरिटेज इंफ्रास्पेस, जिसने अनगिनत भवन परियोजनाओं के साथ ही साथ केंद्रशासित प्रदेश दमन के प्रतिष्ठित सी फ्रंट परियोजना और अहमदाबाद तथा कोच्चि की मेट्रो रेल परियोजनाओं में भी काम किया है, आज कहा कि सामान्य मंदी के बावजूद यह अगले साल तक अपने कारोबार को दोगुना विस्तारित करेगी और पांच साल में इसे 1000 करोड़ रूपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी के प्रबंध निदेशक गगन गोस्वामी ने आज यहां पत्रकारों को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि फिलहाल कंपनी के कुल राजस्व का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा भवन निर्माण क्षेत्र से आता है और शेष 20 प्रतिशत आधारभूत संरचना क्षेत्र से पर इसे अगले दो साल में 50-50 प्रतिशत कर दिया जायेगा। सामान्य मंदी से निर्माण क्षेत्र प्रभावित हुआ है पर सरकार प्रायोजित आधारभूत संरचना क्षेत्र नहीं। इससे कंपनी को कारोबार को विस्तारित करने में मदद मिलेगी। हालांकि निर्माण क्षेत्र की मंदी का अब तक कंपनी पर कोई असर नहीं पड़ा है।
इसका कारोबार पिछले साल 55 करोड़ रूपये का था और यह इस साल बढ़ कर लगभग 100 करोड़ हो जाने की संभावना है। 2025 तक यानी अगले पांच साल में इसे 1000 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि कंपनी को मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में भी काम मिलने की पूरी उम्मीद है। यह अन्य राज्यों की मेट्रो रेल परियोजनाओं में भी शिरकत करेंगी।
गोस्वामी ने बताया कि 10 राज्यों में काम कर रही उनकी कंपनी का मुख्यालय अहमदाबाद में है। यह गहरी नींव की खुदाई के दौरान जमीन के नीचे चारो तरफ चहारदीवारी नुमा डायाफ्राम वॉल बनाने वाली अत्याधुनिक मशीनों इटली आयातित डायाफ्राम वॉल हाइड्रॉलिक रिग मशीन की संख्या के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी है। नींव में ऐसी दीवारे बनाने का चलन यूरोप और अन्य पश्चिमी देशों में काफी पहले से था पर भारत में इसने पिछले पांच छह साल से जोर पकड़ा है। यह भूकंपरोधी इमारत के लिए जरूरी होने के साथ ही भूमिगत पार्किंग के लिहाज से भी बहुत बेहतर है।
उनकी कंपनी भूमिगत निर्माण और नींव आदि तैयार करने से जुड़े कई अन्य काम जैसे शोरिंग एवं पाइलिंग, स्वायल एंकरिंग, वाइब्रोफ्लोटेशन आदि में भी है पर इसकी राजस्व का सबसे बड़ा हिस्सा डायाफ्राम दीवार के कारोबार से ही आता है। गोस्वामी ने बताया कि उनकी कंपनी 2022 में एनएसई और बीएसई दोनो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के लिए अपना पहला आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ भी लायेगी।