नई दिल्ली। संसद में शुक्रवार को पेश आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था गति पकड़ेगी और पूरे वित्त वर्ष के दौरान विकास दर पांच प्रतिशत रहेगी जबकि अगले वित्त वर्ष में इसके बढ़कर छह से साढ़े प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण की प्रतियां संसद के दोनों सदनों के पटल पर रखीं। इसमें कहा गया है कि दूसरी तिमाही में 10 सकारात्मक कारकों की वजह से अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी।
इसमें शेयर बाजार मजबूत निवेशधारणा, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में वृद्धि, मांग बढ़ना, ग्रामीण उपभोग का सकारात्मक परिदृश्य, औद्योगिक गतिविधियों में तेजी लौटना, विनिर्माण में सतत सुधार, वस्तुओं के निर्यात में वृद्धि, विदेशी मुद्रा भंडार का रिकॉर्ड स्तर और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में सकारात्मक वृद्धि शामिल है। इन सभी कारकों की वजह से चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर पाँच प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया गया है। साथ ही अगले वित्त वर्ष में विकास दर बढ़कर छह से साढ़े छह फीसदी के बीच रहने का अनुमान है।