प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हुए हैं। राजातालाब में नए बनने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखने के बाद पीएम मोदी संपूर्णानंद विश्वविद्यालय में नारी शक्ति वंदन अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला आरक्षण के साथ-साथ और भी कई योजनाओं का जिक्र किया। पीएम ने कहा, बनारस में 2 लाख 30 हजार से ज्यादा महिलाओं को उज्जवला योजना का लाभ मिला है। सरकार की ओर से हर सिलेंडर पर 400 रुपए की सब्सिडी भी मिल रही है।
पीएम ने कहा, हमारे यहां महिला के नाम पर संपत्ति खरीदने का चलन बहुत कम ही रहा है, लेकिन मोदी सरकार ने महिलाओं के नाम पर कई योजना शुरू की है। आज खेल के मैदान से लेकर राफेल उड़ाने तक हर जगह हमारी बेटियां कमाल कर रही हैं। जब महिलाओं को समान अवसर मिलते हैं तो विकास को कितनी गति मिलती है, हमारा बनारस इसका साक्षी है। मेरे लिए माताओं-बहनों की शक्ति सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।
प्रधानमंत्री आगे कहा कि बनारस में हजारों महिलाओं को मुद्रा योजना का लाभ मिला। मुद्रा योजना के सहयोग से उद्योगों को नई ताकत मिली है। वे छोटे उद्योग जो बंद होने की कगार पर थे आज उनके प्रोडक्ट देश-दुनिया में जा रहे हैं। बनारस में पर्यटन से रोजगार मिलता है, उसमें महिलाओं की भागीदारी बहुत ज्यादा बढ़ रही है। मैं चाहता हूं कि टूरिस्ट गाइड जैसी भूमिका के लिए भी हम महिलाओं को आगे लाएं। ताकि बाहर से बनारस पहुंचने वाले टूरिस्टों को हर चीज की जानकारी हो सके और महिला पर्टयकों को भी आसानी हो सके।
उन्होंने कहा, नारी शक्ति वंदन अधिनियम कानून की ताकत तब बढ़ेगी जब समाज के हर स्तर पर महिलाओं के आगे बढ़ने के अवसर भी मिलेंगे। कुछ लोगों को इसमें भी वंदन शब्द से भी परेशानी है, लेकिन हम माताओं बहनों को वंदन नहीं करेंगे तो क्या करेंगे। कुछ लोगों को वंदन का अर्थ नहीं पता है। मुझे विश्वास है हमारी माताओं-बहनों के आशीर्वाद से देश अमृतकाल में ऐसे ही आगे बढ़ता रहेगा और बड़े निर्णय लेता रहेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि बनारस के कड़-कड़ में मातृ शक्ति की महिमा जुड़ी हुई है। काशी नगरी देवी अहिल्याबाई होल्कर के पुण्य कार्यों की भी साक्षी रही है। इसलिए संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम जैसा एतिहासिक कानून पास होने के बाद सबसे पहले काशी में आप सबका आशीर्वाद लेने आया हूं। इस कानून से देश के लिए महिला विकास के नए रास्ते खुलेंगे, लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ेगी।