जम्मू। भारतीय सेना के उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि सेना पाकिस्तान (Pakistan) से सटे नियंत्रण रेखा (LoC) और चीन के साथ लगे वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर ‘हमेशा ऑपरेशन के लिए तैयार’ है। उन्होंने कहा कि वे किसी को भी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने नहीं देंगे। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जम्मू में तीन दिवसीय नॉर्थ टेक संगोष्ठी 2023 में मीडियाकर्मियों से कहा, ‘हम पाकिस्तान और चीन के खिलाफ किसी भी चुनौती से निपटने के लिए एलओसी और एलएसी पर हमेशा ऑपरेशनली तैयार रहते हैं।’
वहीं इस कार्यक्रम में मौजूद लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीडी मिश्रा ने कहा कि इस क्षेत्र में चीन ने “एक इंच भी भारतीय भूमि पर कब्जा नहीं किया है”। जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि लद्दाख में स्थिति “सामान्य और बहुत अच्छी” है। उत्तरी कमान के एक सैन्य कमांडर के रूप में, मैं जिसकी रखवाली कर रहा हूं वह हमारा क्षेत्र है और मैं किसी को भी भारतीय क्षेत्र में आने की अनुमति नहीं दूंगा।” हालांकि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने 9 दिनों के लद्दाख दौरे में आरोप लगाया था कि पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ हुई है। वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए इस आरोप को खारिज कर दिया था।
भारत और चीन के बीच पिछले तीन साल से पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से सीमा पर गतिरोध चल रहा है। जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में एक हिंसक झड़प के बाद दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध खराब हो गए थे, जब चीनी सैनिकों के साथ हुई आमने-सामने की लड़ाई में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हो गई थी। 13 और 14 अगस्त को दोनों देशों ने चुशुल-मोल्डो सीमा पर कोर कमांडर स्तर की 19वें दौर की बैठक की।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीडी मिश्रा ने कहा ‘राहुल गांधी ने जो कहा है उस पर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन मैंने जमीन पर जो देखा है उस पर टिप्पणी कर सकता हूं। तथ्य यह है कि एक इंच भी जमीन पर कब्जा नहीं किया गया है।’ वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने यह भी कहा कि जहां सेना एलओसी और एलएसी पर पूरी तरह से तैयार है। वहीं, राष्ट्रीय राइफल्स अंदरूनी इलाकों में सीआई और सीटी ऑपरेशन (आतंकवाद विरोधी अभियान) में “बहुत अच्छा” काम कर रही है। उन्होंने बताया कि लगभग 200 आतंकवादी मारे गए हैं।
उन्होंने कहा कि आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं। पाकिस्तान में एलओसी के पार इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन हमारे सतर्क सैनिक सीमा पर तैनात हैं और हम उन्हें वहीं खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “पिछले नौ महीनों में 46 आतंकवादी मारे गए, जिनमें से 37 विदेशी आतंकवादी और नौ स्थानीय थे।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान घोर आर्थिक संकट और अन्य समस्याओं में उलझे होने के बावजूद, आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। पाकिस्तान शांति भंग करने की कोशिश करता है।’ और, जब उन्हें स्थानीय आतंकवादी नहीं मिलते, तो वे विदेशी आतंकवादियों को भेजते हैं।’ उन्होंने कहा, “हमारे अथक सीआई और सीटी ऑपरेशन के कारण, लोग अब कहते हैं कि स्थिति सामान्य होने वाली है। हालाँकि, उन्होंने राजौरी और पुंछ के दो सीमावर्ती जिलों में आतंकवाद में अचानक वृद्धि के लिए पाकिस्तान की हताशा को जिम्मेदार ठहराया है।
ड्रोन पर उन्होंने कहा, ”जहां तक ड्रोन तकनीक का सवाल है, हमने बहुत सारे उपकरण शामिल किए हैं। चूंकि ड्रोन तकनीक में सुधार होता रहता है, इसलिए हमें अपनी काउंटर ड्रोन तकनीक को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी में भाग लेने वाले अपने साथ नवीनतम प्रौद्योगिकियां लेकर आए हैं, जो सेना की काउंटर ड्रोन प्रौद्योगिकियों को बढ़ाएंगी, चाहे वह सॉफ्टवेयर हो या गतिशीलता।