दिल्ली में जी20 की बैठक चल रही है। शनिवार को बैठक के पहले दिन जी20 देशों ने नई दिल्ली लीडर्स घोषणा पत्र को मंजूरी दे दी। इस घोषणा पत्र में कुल 112 मुद्दे शामिल किए गए हैं। नई दिल्ली लीडर्स घोषणा पत्र को अब तक का सबसे विस्तृत और व्यापक घोषणा पत्र बताया जा रहा है। पिछली बैठक की तुलना में इस बार ज्यादा मुद्दों पर सहमति बनी है।
जी20 बैठक के पहले दिन की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि समिट में एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार बैठक का मेन फोकस सतत और ग्रीन विकास पर है। इसके साथ-साथ आतंकवाद और मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम के लिए कदम उठाएंगे।
घोषणापत्र के बारे में बताते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि इसमें इस मुद्दे को उठाया गया है कि किसी भी राष्ट्र की संप्रभुता पर हमला नहीं किया जाए। इसके साथ-साथ बहुपक्षवाद को फिर से जीवित करने को लेकर सहमति और मजबूत, टिकाऊ और समावेशी विकास के मुद्दे पर मुहर लगी है। इसके साथ-साथ ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर जोर दिया जाएगा।
वहीं, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत की अध्यक्षता से कई मुद्दों के समाधान मिले हैं। सतत विकास के लिए हरित विकास समझौते पर मुहर लगी है। उन देशों पर ध्यान देने की बात की गई है जो विकासशील हैं। 21 सदी की वैश्विक चुनौतियों पर भी चर्चा हुई है। इसके साथ-साथ दुनियाभर में क्रिप्टो के बढ़ते चलन को लेकर और उसके असर को लेकर भी जी20 नेताओं के बीच में चर्चा हुई है।
प्रगति मैदान के भारत मंडपम में चल रही बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम ऋषी सुनक समेत बाकी देशों के नेता शामिल रहे हैं। बैठक के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी20 का नया सदस्य देश भी बना दिया गया है।जी20 का संयुक्त घोषणा पत्र कल जारी होगा। नई दिल्ली जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा है कि पिछले घोषणा पत्रों के मुकाबले इस बार ज्यादा मुद्दों पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि यह अब तक का सबसे व्यापक और विस्तृत घोषणा पत्र है।