नई दिल्ली। PM मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है, लेकिन किसान एमएसपी समेत अन्य मुद्दों को लेकर अभी भी आंदोलन कर रहे हैं। एमएसपी गारंटी पर बातचीत के लिए सरकार की ओर से एक कमेटी बनाने की बात कही गई है। इसे लेकर शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की महत्वपूर्ण बैठक हुई है। इस मीटिंग में किसानों की कमेटी के लिए पांच नाम तय किए गए हैं, जोकि सरकार से बातचीत करेगी। संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक अब 7 दिसंबर को होगी।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि शहीद और MSP पर सरकार ने कोई ठोस बात नहीं की है। किसानों पर केस और लखीमपुर केस का अभी मसला पेंडिंग है। इस बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा हुई है। कृषि कानून वापसी हमारी जीत है। SKM ने आगे कहा कि MSP को गारंटी बिल मिले, बिजली बिल 2020 रद्द हो, पराली मामला वापस हो, किसानों पर दर्ज केस वापस हो, शहीद किसानों का मुआवजा मसला अबतक लंबित है, स्मारक के लिए जमीन पर बात हुई है। साथ ही लखीमपुर खीरी के हत्यारे अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए। किसान नेता राकेश टिकैत ने आगे कहा कि किसान की कमेटी के लिए पांच नाम निर्धारित किए हैं। इन नामों में राजेवाल, शिवकुमार कक्का, गुरनाम चढूनी, अशोक धवले, युद्धवीर शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि किसानों से केस वापसी किए जाएं, सरकार हमारी कमेटी से सम्पर्क करे। हमारा आंदोलन जारी है।