हरिद्वार। महाकुंभ मेला 2021 के चलते कोविड टेस्टिंग में घोटाले के आरोपी के रिमांड के बाद SIT ने हरियाणा में लैपटॉप और रजिस्टर बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस को आरोपी का 3 दिन का रिमांड मिला था। लैपटॉप और रजिस्टर से पुलिस के हाथ कई और अहम सुराग लग सकते है। लैपटॉप और रजिस्टर में पुलिस को फर्जी एंट्रियां मिली है। पुलिस ने कुंभ में कोरोना जांच घोटाले के डेलफिया लैब के मालिक आशीष वशिष्ठ को गिरफ्तार किया था। आरोप था कि आशीष ने मैक्स कॉरपोरेट सर्विस के कहने पर नलवा लैब से समझौता किया। घोटाला की रूपरेखा तैयार की। अपने कई साथियों के साथ मिलकर आरोपी ने कोरोना की फर्जी जांच दिखाकर पोर्टल पर एंट्रियां कराई। मैक्स फर्म के पार्टनर शरत व मल्लिका पंत ने ICMR के नियमों की अनदेखी कर आशीष की डेलफिया लैब को जांच में शामिल कर दिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी का कोर्ट से पुलिस कस्टडी रिमांड लिया। पुलिस आरोपी को लेकर पहले भिवानी डेलफिया लैब पहुंची। यहां से पुलिस ने एक लैपटॉप और रजिस्टर बरामद किया। बाद आरोपी को लेकर पुलिस नलवा लैब हिसार पहुंची।
जहां पुलिस आरोपी आशीष वशिष्ठ और नलवा लैब के संचालक नवतेज नलवा को आमने सामने कराना था। बताया जा रहा है कि डॉ. नवतेज लैब पर नहीं मिले। जानकारी ली गई तो बताया गया है कि वह चडीगढ़ गए हुए है। बाद पुलिस आरोपी को लेकर हरिद्वार वापस आ गई। माना जा रहा है पुलिस को जो लैपटॉप और रजिस्टर मिला है। उसमें सभी एंट्रियां है। जो फर्जी तरीके से पोर्टल पर चढ़ाई है। जांचाधिकारी राजेश साह ने बताया कि आरोपी को रिमांड में लेने के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।