नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंगापुर में कोरोना वायरस के नए प्रकार (वेरिएंट) के पाए जाने संबंधी रिपोर्टों को देखते हुए केन्द्र सरकार से वहां आने जाने वाली सभी उड़ानों को रद्द करने की मांग की है। यह वेरिएंट बच्चों के लिए बहुत ही घातक बताया जा रहा है।
कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से यह संक्रामक वायरस कई बार अपना रूप बदल चुका है। वैसे तो यह वायरस आमतौर पर बुजुर्गों और दूसरी बीमारियों से ग्रस्त लोगों पर कहर बनकर टूटा है, लेकिन सिंगापुर में जो इसका नया स्ट्रेन मिला है वह बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है। रविवार को ही सिंगापुर ने नए वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की और स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।
सिंगापुर के एजुकेशन मिनिस्टर चन चुन सिंग ने कहा, 'कुछ (वायरस) म्यूटेशन कहीं अधिक आक्रामक हैं और ऐसा लगता है कि ये छोटे बच्चों पर अधिक हमला कर रहे हैं।' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से कोई गंभीर रूप से बीमार नहीं है और कुछ को हल्के लक्षण हैं।
रविवार को सिंगापुर में सितंबर मध्य के बाद से सबसे अधिक 38 केस मिले, जिनमें से 17 का आपस में कोई संबंध नहीं है। संक्रमितों में 4 बच्चे भी शामिल हैं, जोकि एक ट्यूशन सेंटर में पढ़ते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने मेडिकल सर्विसेज के डायरेक्टर केनेथ माक का हवाला देते हुए कहा कि B1617 स्ट्रेन बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि कितने बच्चे इससे संक्रमित हो चुके हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने सिंगापुर स्ट्रेन को लेकर कहा, 'बच्चों में कोरोना संक्रमण को लेकर हम वेरिएंट को लेकर आ रही रिपोर्ट्स का परीक्षण कर रहे हैं। राहत की बात यह है कि उनमें संक्रमण गंभीर नहीं हो रहा है। हम इस पर नजर बनाए हुए हैं।'
केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा‘‘ सिंगापुर में कोरोना वायरस के जिस नए वेरिएंट का पता चला है वह बच्चों के लिए काफी घातक बताया जा रहा है और यह भारत में कोरोना की तीसरी लहर के रूप में घातक साबित हो सकता है।’’ उन्होंने कहा‘‘ मेरी केन्द्र सरकार से अपील है कि सिंगापुर के साथ सभी विमान सेवाओं को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए और बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन के विकल्प कार्य को प्राथमिकता दी जाए।