नई दिल्ली। कोरोना वायरस के इलाज को लेकर वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं। ऐसी ही एक ताजा रिसर्च में मरीजों को दो अलग-अलग वैक्सीन की मिश्रित डोज मिलाकर देने पर उनमें थकान और सिरदर्द के साइड इफेक्ट देखे गए।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने लैंसेट जर्नल में बताया है कि अध्ययन के दौरान जिन लोगों को एस्ट्राजेनेका की पहली डोज दी गई थी उन्हें चार सप्ताह बाद दूसरा शॉट फाइजर वैक्सीन का दिया गया। ऐसे लोगों में हल्के साइड इफेक्ट देखे गये।
दुनिया में कई सारे देश टीकों की कमी से जूझ रहे हैं जिसके चलते टीकाकरण अभियान में मुश्किल आ रही है। कई जगहों पर पहली डोज के बाद दूसरी डोज के लिए मुश्किल आ रही है। यही वजह है शोधकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि दो अलग-अलग शॉट्स को मिलाने से क्या असर होगा। इसमें यह पाया गया है कि दो अलग-अलग शॉट्स को मिलाकर देना अभी भी सुरक्षित और प्रभावी है। इससे सरकारों को वैक्सीन का प्रबंधन करने में आसानी होगी।
फ्रांस में किया जा रहा ऐसा
उदाहरण के लिए फ्रांस में सरकार ने लोगों को पहले एस्ट्राजेनेका वैक्सीन दी थी लेकिन बाद में इसे केवल बुजुर्गों के लिए सुरक्षित कर दिया गया। ऐसे लोगों को दूसरे डोज के लिए फाइजर और बायोएनटेक द्वारा विकसित वैक्सीन दी जा रही है।