नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर मालदीव और मॉरीशस के चार दिवसीय दौरे पर शनिवार को रवाना होंगे। वह 20-21 फरवरी को मालदीव और 22-23 फरवरी को मॉरीशस में होंगे। यह जानकारी गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने दी। ये दोनों ही देश हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के महत्वपूर्ण नौवहन पड़ोसी हैं और इनका प्रधानमंत्री की 'सागर' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा व विकास) संबंधी संकल्पना में विशेष स्थान है।
मंत्रालय के बयान के अनुसार, मालदीव की यात्रा के दौरान जयशंकर वहां के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से भेंट करेंगे। साथ ही मालदीव के विदेश, रक्षा, वित्त, आर्थिक विकास, योजना एवं आधारभूत ढांचा मंत्रियों से मुलाकात करेंगे। वह वहां की संसद के स्पीकर मोहम्मद नासीद एवं अन्य राजनेताओं से भी मिलेंगे।
मंत्रालय ने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयामों और चल रही द्विपक्षीय परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे। कोरोना की स्थिति पर भी चर्चा करेंगे, जिसमें महामारी के बाद आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए मालदीव को भारत की मदद जारी रखने का विषय भी शामिल है।
जयशंकर मॉरीशस की यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन और प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ से भेंट करेंगे। इसके अलावा वहां के विदेश, क्षेत्रीय एकीकरण, अंतरराष्ट्रीय कारोबार मंत्री तथा भू परिवहन मंत्री से भी मिलेंगे। वह द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों तथा मॉरीशस में भारत द्वारा संचालित विभिन्न आधारभूत ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे। साथ ही आपसी हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिसमें भारत द्वारा मॉरीशस को सहायता का मामला भी शामिल है।