काठमांडू। नेपाल सरकार ने लगभग सात महीने बाद विदेशी सैलानियों को पर्यटक वीजा प्रदान करने का फैसला किया है। संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि पर्वतारोहण और ट्रैंिकग के मद्देनजर 17 अक्टूबर से विदेशी सैलानियों का स्वागत करने का निर्णय लिया गया है। नेपाल सरकार ने कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने की दिशा में मार्च की शुरुआत में पर्यटक वीजा जारी करना निलंबित कर दिया था। पर्यटन मंत्रालय के प्रवक्ता कमल प्रसाद भट्टाराई ने मंगलवार को कहा,- पर्वतारोहण और ट्रैकिंग के लिए नेपाल आने वाले विदेशियों को हमारे दूतावासों से पर्यटक वीजा मिल सकता है।
जिन देशों में नेपाली राजनयिक मिशन अनुपस्थित हैं, वहां से आने वाले पर्यटकों को एक आगमन वीजा मिल सकता है। नेपाल के आव्रजन विभाग के महानिदेशक रमेश कुमार केसी ने मंगलवार को कहा,‘‘ हम विदेशी पर्यटकों को पर्यटन वीजा प्रदान करने पर पर्यटन मंत्रालय और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय करेंगे। लगभग सात महीनों के अंतराल के बाद पहली बार विदेशी पर्यटकों को नियमित रूप से पर्यटक वीजा प्रदान किया जाएगा। ’’
आव्रजन विभाग ने नेपाल की सरकारी एजेंसियों के सुझाव को ध्यान में रखते हुए सीमित संख्या में पर्यटक वीजा देने का फैसला किया है। सरकार ने मंगलवार को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिसके तहत विदेशी पर्यटकों को नेपाल पहुंचने से कम से कम 72 घंटे के भीतर कराए गए पीसीआर जांच की रिपोर्ट सौंपनी होगी। इस रिपोर्ट के निगेटिव होने पर ही पर्यटकों को अनुमति दी जाएगी। उन्हें उन दस्तावेज को भी पेश करना होगा जिससे स्पष्ट हो सके कि उन्होंने सात दिनों तक क्वारंटीन रहने के लिए नेपाल में होटल बुक किया है। क्वारंटीन के पांचवें दिन पर्यटकों को एक और कोरोना परीक्षण से गुजरना होगा। इस रिपोर्ट में निगेटिव आने के बाद ही वे पर्वतारोहण या ट्रैकिंग के लिए जा सकेंगे। भट्टाराई ने कहा कि कोरोना महामारी के मद्देजर देश के पर्यटन सेक्टर को तगड़ा झटका लगा है। ऐसे में सरकार ने उसके कुछ सेक्टर को पुन: खोलने का फैसला किया है।