नई दिल्ली। लोकसभा के चालू सत्र में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर की टिप्पणी पर पहली बार सदन में कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को जबरदस्त हंगामा किया जिसके कारण अध्यक्ष ओम बिरला को सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सदन में चर्चा के लिए पेश ‘कराधान और अन्य विधियां अधिनियम 2020’ को लेकर कुछ समय तक अपने विचार रखने के बाद कहा कि विधेयक के बारे में शेष जानकारी वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर देंगे। ठाकुर कुछ देर तक इस विधेयक के मुख्य विंदुओं को लेकर सदन को जानकारी देते रहे ।
ठाकुर ने प्रधानमंत्री केयर फंड को लेकर विपक्षी दलों की टिप्पणी का जिक्र किया और कहा कि इसमें किसी तरह की कोई गड़बडी नहीं है और विपक्ष को इस बारे में किसी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस निधि का गठन नियमों के अनुसार किया गया है। इसी बीच उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष का जिक्र किया और कहा कि इसका गठन प्रधानमंत्री पंडित जवाहनलाल नेहरु की सरकार ने 1958 में किया था।
उन्होंने कहा कि यह कोष आजादी के तुरंत बाद बनाया गया था लेकिन आश्चर्य की बात है कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष अब तक पंजीकृत नहीं है। उन्होंने गांधी परिवार का नाम लिए बना आरोप लगाया कि यह कोष सिर्फ एक परिवार के हित के लिए बनाया गया है। इसको लेकर कांग्रेस के सदस्य उत्तेजित हो गये और हंगामा करने लगे।
कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इस तरह से उन नेताओं का नाम नहीं लिया जा सकता है जो अब दुनिया में नहीं हैं। कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा कि वह सदन में अपमानित होने के लिए नहीं आये हैं। इसी बीच भाजपा की लाकेट बनर्जी ने कुछ कहा जिस पर तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने जबरदस्त हंगामा किया। अध्यक्ष ने सदस्यों से शांत होने को कहा लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गयी तो उन्होंने हिदायत दी कि वह किसी के दबाव में काम करने वाले नहीं हैं। यह कहते हुए उन्होंने सदन की कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी।