नई दिल्ली। कोरोना संकट से गुजर रहे दौर में आईआईटी, मद्रास ने मंगलवार को डाटा प्रोसेसिंग और कंप्यूटर साइंस में ऑनलाइन डिग्री और डिप्लोमा कोर्स लांच किया। आईआईटी, मद्रास दुनिया का पहला ऐसा शैक्षणिक संस्थान बन गया है जिसने डाटा प्रोसेसिंग और कंप्यूटर के क्षेत्र में ऑनलाइन डिग्री तथा डिप्लोमा कोर्स शुरू किया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये इस ऑनलाइन कोर्स को लांच किया। उन्होंने कहा कि वह आईआईटी, मद्रास के अनुसंधान कार्यों एवं श्रेष्ठ प्रदर्शन से वाकिफ है क्योंकि राष्ट्रीय रैकिंग फ्रेमवर्क में वह हमेशा नंबर एक रहा है और उसने देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के निदेशक भास्कर राममूर्ति ने कोरोना के दौर में यह ऑनलाइन डिग्री और डिप्लोमा कोर्स शुरू कर एक सराहनीय काम किया है जिसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।
निशंक ने कहा कि आईआईटी, आईआईएम और आईसर जैसी संस्थाओं ने देश की शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता को बढ़ाया है और उन्होंने शोध एवं अनुसंधान कार्यों में बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के आईआईटी ने अपने कार्यों से दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है और विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियों में आईआईटी के पूर्व छात्र शीर्ष पदों पर कार्यरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में इन शैक्षणिक संस्थाओं की बड़ी भूमिका है और हाल ही में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने युक्ति- दो नामक एक प्लेटफार्म शुरू किया है जिसमें देशभर में हो रहे सभी तकनीकी अनुसंधान को एक जगह एकत्रित किया जाएगा। इस ऑनलाइन डिग्री और डिप्लोमा कोर्स के लिए किसी भी आयु वर्ग का व्यक्ति पंजीकरण करा सकता है और देश के किसी भाग से परीक्षा दे सकता है। कार्यक्रम को मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सनजय धोत्रे, आईआईटी प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका आदि ने भी सम्बोधित किया। इसमें शिक्षा सचिव अमित खरे और एआई सीटी के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे भी मौजूद थे।