कानपुर। निजामुद्दीन मरकज में भाग लेकर आये तब्लीगी जमात ने उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर में कोरोना संक्रमण के खतरे को गहरा दिया है। जमात के छह सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद नगर में सर्तकता बढ़ा दी गयी है। मुख्य चिकित्साधिकारी अशोक कुमार शुक्ल ने शुक्रवार को बताया कि तब्लीगी जमात में हिस्सा लेने के बाद कानपुर आये छह लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुयी है। इसके साथ ही जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद अब सात हो गयी है। इससे पहले अमेरिका से लौटे कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग को यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सूत्रों ने बताया कि शहर के एक निजी अस्पताल में क्वारंटीन किये गये तब्लीगी जमात के सदस्यों का नमूना लखनऊ भेजा गया था जहां इनमें से चार के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुयी। पीड़तिों को हैलट के कोविड 19 वार्ड मे भर्ती कराया गया है जहां सभी की हालत स्थिर बनी हुयी है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों में दो विदेशी हैं।
इस बीच पुलिस सूत्रों ने बताया कि निजामुद्दीन मरकज की घटना के बाद सतर्क प्रशासन ने मस्जिद और मदरसों में तब्लीगी नागरिकों की खोज शुरू की थी। इस कड़ी में पिछले दिनों बाबूपुरवा मस्जिद, गोलाघाट और सजेती क्षेत्र के बरीपाल गांव की बड़ी मस्जिद से 30 से अधिक जमातियों को निकाल कर क्वारंटीन किया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने पिछले बुधवार को सात विदेशी नागरिकों समेत 31 के नमूने जांच के लिये भेजे थे जिनमें 18 की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। आज छह लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है जबकि शेष की रिपोर्ट आना बाकी है।