भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण अब भी बरकरार है। मोदी सरकार ने देशवासियों को इससे बचाने के लिए 21 दिन का लॉक डाउन घोषित कर दिया है। ये लॉक डाउन पूरे देश की तरह यूपी में भी लागू है। योगी आदित्यनाथ लॉक डाउन का पालन करवाने से लेकर कोरोना वायरस से यूपी को बचाने में उलझे रह गए, उधर सपा प्रमुख अखिलेश यादव बड़ा सियासी दांव खेल गए।
अखिलेश यादव को लॉक डाउन के समय चिंतन का बड़ा मौका मिल गया है। उन्होंने साल 2022 के यूपी विधानसभा की तैयारी शुरू कर दी है। इसी वजह से उन्होंने बड़ा सियासी दांव खेल दिया है। अखिलेश यादव ने फैसला ले लिया है कि वो अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा की सदस्यता समाप्त करने वाली याचिका को वापस लेंगे।
अखिलेश के निर्देश पर सपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को पत्र लिखकर याचिका को वापस लेने गुहार लगाई है। अखिलेश के इस फैसले से भाजपा को समस्या हो सकती है। इसकी वजह है अगर शिवपाल फिर से सपा में आ गए तो उनके साथ गया सपा का वोटबैंक वापस आ जाएगा जो बीजेपी के लिए चुनाव में मुश्किल खड़ी कर सकता है।