जम्मू-कश्मीर की सियासत में अहम स्थान रखने वाले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को भारत सरकार से मंगलवार को राहत मिली है। मोदी सरकार द्वारा उमर अब्दुल्ला को 262 दिनों की हिरासत के बाद मंगलवार को रिहा करने का फैसला किया गया है। 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद, शांति का माहौल बनाए रखने के लिए मोदी सरकार द्वारा उमर अब्दुल्ला को नजरबंद करने का आदेश दिया गया था।
उमर अब्दुल्ला के साथ अन्य कई नेताओं को भी नजरबंद किया गया था। अब नजरबंदी से बाहर आते ही उमर अब्दुल्ला ने चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है। रिहा होते ही उमर अब्दुल्ला ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि, जिस तरह से भारत सरकार ने जम्मू और कश्मीर को दो भागों में बांट दिया। यहां के बच्चे कैसे महीनों तक स्कूल नहीं जा पाए। उमर अब्दुल्ला ने कहा दुकानदारों की कमाई नहीं हो रही है और शिकारा वाले भी समस्याओं से जूझ रहे हैं। मौजूदा समय बीत जाने के बाद में इस बारे में बात करूंगा कि 5 अगस्त 2019 के बाद क्या कुछ हुआ।