संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के उच्चस्तरीय सत्र के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने अपने वैश्विक समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें कीं। कनाडा के साथ चल रहे विवाद के दौरान उन्होंने भारत के रणनीतिक चक्रव्यूह को मजबूत किया। विदेश मंत्री ने अपने मित्र देशों से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और साझा चिंताओं के मुद्दों पर उनके साथ विचारों का आदान-प्रदान किया। जयशंकर शुक्रवार तड़के न्यूयॉर्क पहुंचे। उन्होंने अपने व्यस्त दिन की शुरुआत क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) विदेश मंत्रियों की बैठक से की। उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा के साथ बैठक की।
क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में ‘‘संयुक्त राष्ट्र, पारस्परिक रूप से निर्धारित नियमों, मानदंडों एवं मानकों को बनाए रखने और अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में क्वाड सहयोग को गहरा करने के स्थायी महत्व के प्रति अटूट सहयोग’’ की पुन: पुष्टि की गई। जयशंकर ने जापान की नयी शीर्ष राजनयिक कामिकावा के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और ‘‘विशेष रणनीतिक एवं वैश्विक साझेदारी’’ पर दृष्टिकोण का आदान-प्रदान किया। जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यूएनजीए में जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा से मिलकर खुशी हुई। हमने हमारे क्षेत्रीय, बहुपक्षीय एवं वैश्विक सहयोग तथा उसे आगे ले जाने पर चर्चा की।’’ जयशंकर ने वोंग के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने कहा, ‘‘यूएनजीए के इतर ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री वोंग से मिलकर अच्छा लगा। हमने हमारे संबंधों के सकारात्मक पहलू पर गौर किया तथा उन्हें और मजबूत करने के लिए विशेष कदमों पर चर्चा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आईबीएसए (भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका) समूह के तहत दक्षिण अफ्रीका की विदेश मंत्री नालेदी पंडोर और ब्राजील के विदेश मंत्री मौरो विएरा के साथ वार्ता की। उन्होंने कहा, ‘‘यूएनजीए के इतर विदेश मंत्रियों मौरो विएना और नालेदी पंडोर के साथ आईबीएसए की बहुत उपयोगी बैठक की।’’ जयशंकर ने जब पंडोर और विएरा को बताया कि भारत की संसद ने ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पारित कर दिया है, तो दोनों विदेश मंत्रियों ने इसकी सराहना की और भारत को बधाई दी। जयशंकर ने बहरीन के विदेश मंत्री डॉ.अब्दुल लतीफ बिन राशिद अल जयानी के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक के बारे में कहा कि उनके बीच ‘‘संपर्क सुविधा, आर्थिक संबंधों और क्षेत्रीय गतिशीलता को लेकर अच्छी बातचीत’’ हुई।
इसके बाद उन्होंने ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय में पश्चिम एशिया, उत्तर अफ्रीका, दक्षिण एशिया एवं संयुक्त राष्ट्र के लिए विदेश मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘हमने संबंधों की उपयोगी समीक्षा की। साथ ही यूक्रेन संबंधी हालिया घटनाक्रम पर चर्चा की।’’ जयशंकर ने दिन में हुई उनकी बैठकों के बारे में बताने वाला एक वीडियो ट्वीट किया और पोस्ट में कहा, ‘‘78वीं यूएनजीए का व्यस्तता भरा पहला दिन।