अमेरिका। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिक लाल ग्रह पर मीथेन के रहस्यमयी स्रोत को खोजने की दिशा में एक नई उम्मीद नजर आ रही है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का क्यूरियोसिटी रोवर अंतरिक्ष यान 2012 से लाल ग्रह पर खोज कर रहा है। उसकी ताजा खोजों को अमेरिकी पत्रिका साइंस में प्रकाशित किया गया है जिनसे यह सवाल उठता है कि क्या सूक्ष्म जीवाणु मीथेन का स्रोत हो सकते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, मंगल ग्रह पर एक बड़े क्रेटर से मीथेन गैस निकल रही है। इसका निकलना यहां जीवन का एक संकेत हो सकता है या फिर कोई गैर-जैविक गतिविधि भी हो सकती है। 3.8 अरब साल पुराना गेल क्रेटर जो कि व्यास में 154 किमी का है, कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इसमें एक प्राचीन झील है। 'जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स' जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार वैज्ञानिकों की टीम ने सेटेलाइट 'एक्सोमार्स ट्रैस गैस' और मंगल की मिट्टी और हवा के नमूने एकत्र करने वाले नासा के 'क्यूरोसिटी रोवर' के माध्यम से प्राप्त डाटा का विश्लेषण किया है।