नई दिल्ली। PM मोदी आज सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज लोगों को लगाए जाने का लक्ष्य हासिल करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और इस अभियान से जुड़े कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि यह भारत के सामर्थ्य का प्रतिबिंब है। उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ जंग में लापरवाही को लेकर आगाह करते हुए कहा कि कवच भले ही बहुत मजबूत है लेकिन जब तक युद्ध चलता है, तब तक हथियार नहीं डाले जाते। PM मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा- कोविड-19 रोधी टीकों की 100 करोड़ खुराक देना केवल सांख्यिकी उपलब्धि नहीं, बल्कि यह इतिहास का एक नया अध्याय है। इस उपलब्धि के पीछे 130 करोड़ देशवासियों की कर्तव्यशक्ति लगी है। यह भारत और हर देशवासी की सफलता है। PM मोदी ने कहा कि दुनिया अब भारत को कोविड-19 से अधिक सुरक्षित देश के रूप में देखेगी, औषधि निर्माण के क्षेत्र के रूप में उसकी स्वीकार्यता और बढ़ेगी। एक दिन पहले ही देश में कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक दी गई खुराक की संख्या 100 करोड़ के पार पहुंची थी।
PM मोदी ने शुक्रवार को एक लेख में, इस उपलब्धि को इतिहास रचने के समान बताया। उन्होंने भारत के कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान को 'चिंता से आश्वासन' की यात्रा के रूप में र्विणत किया, जिसने देश को मजबूत बनाया। साथ ही इसकी सफलता का श्रेय टीकों में लोगों के भरोसे को दिया। उम्मीद की जा रही है कि भारत के 100 करोड़ टीकाकरण वाली उपलब्धि पर ही अपना संबोधन देंगे। माना जा रहा है कि कोरोना के खिलाफ भारत की अगली रणनीति क्या होगी, कैसे पूरी रह से कोरोना को हराना है, इन सब मसलों पर संदेश दे सकते हैं। भारत ने कोरोना के खिलाफ एक नया मील का पत्थर पार कर लिया है। देश में टीकाकरण का आंकड़ा रिकॉर्ड 100 करोड़ के पार पहुंच गया है और ऐसा करने वाला चीन के बाद दूसरा देश बन गया है भारत। गुरुवार की सुबह भारत कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के मील के पत्थर पर पहुंच गया जब एक अरब लोगों को टीका लग चुका था। सरकार चाहती है कि इस साल भारत के सभी 94.4 करोड़ वयस्कों को टीका लगाया जाए। 100 करोड़ कोविड-19 टीकाकरण के लक्ष्य में पहली और दूसरी दोनों खुराकें शामिल हैं।