उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में बहुजन समाज पार्टी के तत्वाधान में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा और तरक्की को लेकर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने बीजेपी को ब्राह्मण विरोधी पार्टी बताया. साथ ही ब्राम्हण समाज के लोगों को ये भी बताया कि उनका हित सिर्फ बहुजन समाज पार्टी में ही है. क्योंकि, वर्ष 2007 के चुनाव में जब ब्राह्मण समाज के लोग भारी संख्या में जीतकर विधानसभा पहुंचे तो बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उन्हें उचित सम्मान दिया था. कैबिनेट मंत्री के अलावा दर्जा प्राप्त मंत्री भी तमाम लोगों को बनाने का काम किया था.
जनता को गुमराह कर रही है बीजेपी
सतीश चंद्र मिश्रा ने आगे कहा कि बीजेपी भगवान श्री राम के नाम पर राजनीति करती है. क्योंकि, बीजेपी के पास चुनाव जीतने के के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी भगवान को चुनाव लड़ाने का काम कर रही है. जबकि, भगवान श्रीराम ने रामराज्य की स्थापना की थी. ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर बीजेपी देश की भोली-भाली जनता को गुमराह कर राजनीति कर रही है.
दलित समाज के लोगों को निशाना बना रही है बीजेपी
सतीश चंद्र मिश्रा ने आगे कहा कि प्रदेश की महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. प्रत्येक 2 घंटे में एक महिला के साथ बलात्कार की घटना होती है. उन्होंने दलित समाज के जख्मों पर मरहम लगाते हुए कहा कि बीजेपी दलित समाज के लोगों को भी अपना निशाना बना रही है. दलित समाज के लोगों को भी संभल कर रहने की जरूरत है.
बीजेपी को खतरा महसूस हो रहा है
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि जब उन्होंने अयोध्या से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत की तो उनसे तमाम लोगों ने प्रश्न किया कि यहां आपको आने की क्या जरूरत थी क्योंकि ये स्थान आपके लिए नहीं है. ये सुनकर उन्हें बहुत ही आश्चर्य हुआ. उन्होंने कहा कि अयोध्या में हमारे सम्मेलन के ठीक अगले दिन ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंच गए. इससे जाहिर है कि बीजेपी को हमारे सम्मेलन से खतरा महसूस हो रहा है. सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि मैं अयोध्या गया, वहां पर जाकर देखा तो अभी तक कोई भी विकास कार्य नहीं शुरू हुआ है. जबकि, करोड़ों रुपए का घोटाला अयोध्या के विकास के नाम पर हो गया है. इसका खुलासा मीडिया ने ही किया है.