नई दिल्ली। विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हँगामे के कारण आज लोकसभा की कार्यवाही सातवीं बार दोपहर बाद 3.30 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। छह बार के स्थगन के बाद अपराह्न तीन बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी सदस्य पेगासस जासूसी, महँगाई और किसानों के मसलों पर प्रधानमंत्री और सरकार से जवाब की माँग को लेकर हँगामा करने लगे। हँगामे के बीच ही पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने कुछ सदस्यों को नियम 377 के तहत जनहित के अविलंबनीय मामले उठाने की अनुमति दी। इस बीच विपक्ष की नारेबाजी चलती रही।
महताब ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से कहा कि नियम 377 के तहत उनके दलों के भी कुछ सदस्यों को अपनी बात रखनी है और इसलिए वे नारेबाजी बंद कर अपनी सीट पर जायें। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से अपनी अपील दुहराई, लेकिन उसका हँगामा कर रहे सदस्यों पर असर नहीं होता देख उन्होंने सदन की कार्यवाही अपराह्न 3.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले इन्हीं मुद्दों पर विपक्ष के हँगामे के कारण आज लोकसभा की कार्यवाही छह बार स्थगित हो चुकी थी। गत 19 जुलाई मानसून सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष सरकार पर हमलावर बना हुआ है। अब तक एक दिन भी सदन की कार्यवाही निर्बाध नहीं चल सकी है। थोड़ा बहुत जो कामकाज हुआ है वह भी शोर-शराबे के बीच ही हुआ है। किसी भी विधेयक या अन्य महत्त्वपूर्ण मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं हुई है।