पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सत्ता को परिवार में रखने के लिए अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना कर संवैधानिक व्यवस्था में सेंधमारी की थी। मोदी ने रविवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा,"राबड़ी देवी को न महिला होने का सम्मान देने के लिए मुख्यमंत्री बनवाया गया था और न उन्होंने बिहार की बेटियों-महिलाओं के लिए कोई बड़ा काम किया। उनके बाद आयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने महिलाओं को पंचायत चुनाव में 50 फीसद आरक्षण और स्कूली छात्राओं को साइकिल-पोशाक योजना का लाभ दिया।" भाजपा सांसद ने कहा ,"25 जुलाई 1997 को राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना कर लालू प्रसाद ने संवैधानिक व्यवस्था में सेंधमारी की थी ।
वह काला दौर था, जब मुख्यमंत्री न आफिस आती थीं, न कैबिनेट की बैठकें नियमित होती थीं। विधानसभा में मुख्यमंत्री डेढ-दो मिनट से ज्यादा बोल नहीं पाती थीं।" उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बिहार को ऐसा कुशासन दिया, वे आज राज्य की लगातार काम करने वाली एनडीए सरकार पर बेतुके आरोप लगा रहे हैं। मोदी ने कहा कि श्री लालू प्रसाद ने चारा घोटाला में जेल जाने की नौबत आने पर सत्ता को परिवार से बाहर जाने से बचाने के पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनवाया था। उस समय उनके बच्चे छोटे थे और उन्हें सीएम पद के लिए पार्टी के किसी सीनियर नेता पर भरोसा नहीं था। उन्होंने कहा कि 24 साल पहले राजनीति से दूर रहने वाली श्रीमती राबड़ी देवी को सीधे बड़े संवैधानिक पद पर बैठा कर जेपी के बिहार को मजाक का विषय बना दिया गया था।