28 Mar 2024, 19:51:07 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » National

Corona के बाद Black Fungus ने देश में मचाया तहलका, बरतें ये सावधानी नही तो...

By Dabangdunia News Service | Publish Date: May 14 2021 12:35PM | Updated Date: May 14 2021 12:37PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन इस बीच कोविड-19 मरीजों और महामारी से ठीक हो चुके लोगों में ब्लैक फंगस के खतरे ने चिंता बढ़ा दी है। देश के 10 राज्यों में कोरोना मरीजों के लिए ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस नाम की जानलेवा बीमारी ने संकट बढ़ा दिया है। ब्लैक फंगस स्वस्थ हो चुके कोविड संक्रमितों की आंखों की रोशनी छीन रहा है। यह इतनी गंभीर बीमारी है कि मरीजों को सीधा आईसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है। कोरोना वायरस महामारी के हर दिन बढ़ते नए मामलों ने देशभर में कोहराम मचा रखा है। संक्रमण की दूसरी लहर से अभी लोगों को राहत मिली भी नहीं है कि अब एक और खतरा सामने आकर खड़ा हो गया है। कोरोना महामारी के बीच देश में एक नए जानलेवा रोग ने दस्तक दी है। म्यूकॉरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मामले गुजरात में सामने आए हैं। इसके अलावा यह महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा भी पहुंच चुका है। 
 
म्यूकरमायकोसिस (ब्लैक फंगस या काली फफूंद) एक बेहद दुर्लभ संक्रमण है। ये म्यूकर फफूंद के कारण होता है जो आमतौर पर मिट्टी, पौधों, खाद, सड़े हुए फल और सब्जियों में पनपता है। नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल के अनुसार, अब कोविड-19 के कई मरीजों में फंगस इंफेक्शन की शिकायत देखी गई है। इस फंगस इंफेक्शन को ब्लैक फंगस (Black Fungus) यानी म्यूकरमाइकोसिस कहते हैं। ये फंगस (फफूंद) अक्सर गीले सरफेस पर ही होती है। आईसीएमआर (ICMR) के अनुसार, कोरोना वायरस से ठीक हो चुके लोगों को हाइपरग्लाइसिमिया पर नियंत्रण करना जरूरी है। इसके अलावा डायबिटिक मरीजों को ब्लड ग्लूकोज लेवल चेक करते रहना चाहिए। स्टेरॉयड लेते वक्त सही समय, सही डोज और अवधि का ध्यान रखें। ऑक्सीजन थेरेपी के दौरान साफ पानी का इस्तेमाल करें। अगर मरीज एंटीबायोटिक्स और एंटीफंगल का इस्तेमाल कर रहा है तो इसमें भी सावधानी बरतने की जरूरत है।
 
कैसे शरीर हो प्रभावित करता है ब्लैक फंगस
आंख, नाक के रास्ते ये फंगस दिमाग तक पहुंचता है और इस दौरान रास्ते में आने वाली हड्डी और त्वचा को नष्ट कर देता है और इसमें मृत्यु दर काफी ज्यादा है। लखनऊ के सीवीओ हॉस्पिटल के वरिष्ठ डॉक्टर एमबी सिंह इस फंगस को घातक तो मानते हैं, लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं मानते हैं। डॉक्टर का कहना है कि जो पेशेंट बहुत ज्यादा दिन तक ऑक्सीजन और वेन्टीलेटर्स के स्पोर्ट पर रहते हैं और जिनका सुगर अनकंट्रोल है, उनमें से भी किसी किसी को ही ये फंगस अपना शिकार बना रहा है।
 
मरीज भूल कर भी ना करें ये काम
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि ब्लैक फंगस के किसी भी लक्षण को हल्के में ना लें। कोविड के इलाज के बाद नाक बंद होने को बैक्टीरियल साइनसिटिस नहीं मानें और लक्षण के नजर आने पर तुरंत जरूरी जांच कराएं। म्यूकरमायकोसिस यानी ब्लैक फंगस का इलाज अपने आप करने की कोशिश ना करें और ना ही इसमे समय बर्बाद करें।
 
कोरोना मरीजों बरतनी चाहिए ये सावधानियां
आईसीएमआर (ICMR) के अनुसार, कोरोना संक्रमितों या ठीक हो चुके लोगों को खास ख्याल रखना चाहिए। कोरोना मरीज साफ-सफाई का का खास ख्याल रखें और रोजाना नहाएं। इसके अलावा धूल वाली जगहों पर मास्क जरूर लगाएं, गार्डेनिंग या मिट्टी में काम करते वक्त जूते, हाथों-पैरों को ढकने वाले कपड़े और ग्लव्स जरूर पहनें।
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »