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विभिन्न कानूनों द्वारा जम्मू-कश्मीर निवासियों की रीढ़ तोड़ने की कोशिश कर रहा केंद्र : महबूबा

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Feb 19 2021 12:14AM | Updated Date: Feb 19 2021 12:15AM
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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संपत्ति कर सहित विभिन्न कानून लागू करके प्रदेश के लोगों की रीढ़ की हड्डी तोड़ने की कोशिश कर रही है तथा वह चाहती है कि लोग गरीब हो जायें ताकि वे जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किये जाने और कश्मीर मसले के बारे में भूल जायें। 

मुफ्ती ने बारामूला जिले की यात्रा के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों की रीढ़ की हड्डी तोड़ने की कोशिश कर रही है। वह चाहती है कि लोग गरीब हों, ताकि वे अनुच्छेद 370 और कश्मीर मुद्दे को भूल जाएं। वह चाहती है कि लोग जीवित यापन से संबंधित परेशानियों में ही व्यस्त रहें।’’ 

उन्होंने कहा कि यह जम्मू-कश्मीर के लोगों के खिलाफ एक साजिश है। इसी वजह से संपत्ति कर और अन्य करों को लागू किया जा रहा है। देश के अन्य हिस्सों के विपरीत जम्मू-कश्मीर में लोगों के पास अपने घर हैं लेकिन केंद्र चाहता है कि जम्मू-कश्मीर के लोग गरीब हो जाएं ताकि वे अपने अधिकारों के बारे में भूल जाएं। 

मुफ्ती ने 23 देशों के दूतों की जम्मू-कश्मीर यात्रा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अगर केंद्र को यकीन है कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक है, तो उन्हें यह दिखाने के लिए अन्य देशों के दूत क्यों मिलते हैं कि घाटी में कोई सुरक्षा बंकर नहीं हैं, जहां सुरक्षा बल के 10 लाख जवान तैनात हैं। वह केवल इसलिए ऐसा कर रहे हैं क्योंकि वे जानते हैं कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जो कुछ भी किया वह सही नहीं था। श्रीनगर में बुधवार शाम एक प्रसिद्ध रेस्तरां के मालिक के बेटे पर हमले के बारे में पूछे गये एक सवाल पर उन्होंने इसकी निंदा करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को बदनाम किया है। 

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