श्रीनगर। केन्द्र शासित जम्मू-कश्मीर में सेना ने स्थानीय आतंकवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है। सेना की चिनार कोर ने आधिकारिक ट्विटर पर तीन आतंकवादियों के माता-पिता के अपने बच्चों से घर वापस लौटने और मुख्यधारा से जुड़ने की अपील करते हुए एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में सेना का एक अधिकारी आतंकवादियों के माता-पिता को आश्वस्त कर रहा है कि अगर उनके बच्चे आत्मसमर्पण करते हैं तो सुरक्षा बलों द्वारा उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
साझा किए गए वीडियो में आतंकवादी आबिद रमजान शेख के परिजन उससे घर वापस लौटने की अपील कर रहे हैं। शोपियां के दक्षिणी कश्मीर जिले का निवासी शेख 19 फरवरी, 2018 को आतंकवादी के समूह शामिल हो गया था। शेख के परिवार के सदस्यों ने वीडियो में कहा, ‘‘कृपया घर लौटकर एक नया जीवन फिर से शुरू करें। हम नहीं जानते कि आप कहां हैं, लेकिन हम आपसे वापस आने का आग्रह करते हैं।’’
वीडियों में 19 वर्षीय आतंकवादी अर्जुमद गुलजार डार के माता-पिता को सेना का एक अधिकारी आश्वस्त कर रहा है कि अगर उनका बेटा आत्मसमर्पण कर देता तो उन्हें हर संभव मदद दी जायेगी। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले का रहने वाला डार 31 जनवरी 2018 को आतंकवादी समूह में शामिल हो गया था। इसी तरह की अपील 20 वर्षीय यासिर अहमद पार्रे के माता-पिता ने भी की थी, जो 20 जून 2019 में आतंकवादी समूह में शामिल हो गया था।