नई दिल्ली। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राज्यसभा से रिटायर हो रहे हैं। इस मौके पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री और आरपीआई नेता रामदास अठावले ने कहा कि आपको राज्यसभा में वापस आना चाहिए। अगर कांग्रेस आपको नहीं लाती है तो हम आपको वापस लाने के लिए तैयार हैं। इस सदन को आपकी जरूरत है।
इससे पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में बोल रहे थे तो कई ऐसे मौके आए जब वे पुरानी बातों को याद कर भावुक हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर की उस घटना का जिक्र किया, जिसमें आतंकी हमले में गुजरात के कई लोग मारे गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद सहित चार सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि सदन के अगले नेता प्रतिपक्ष को आजाद द्वारा स्थापित मानकों को पूरा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजाद ऐसे नेता हैं जो अपने दल के साथ साथ सदन और देश की भी चिंता करते रहे है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के पद पर रहते हुए उन्होंने कभी दबदबा स्थापित करने का प्रयास नहीं किया।
दोनों सदनों में आजाद के लंबे कार्यकाल का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सौम्यता, विनम्रता और देश के लिए कुछ कर गुजरने की कामना प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजाद की यह प्रतिबद्धता उन्हें आगे भी चैन से नहीं बैठने देगी और उनके अनुभवों से देश लाभान्वित होता रहेगा।
प्रधानमंत्री ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय आजाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री थे और वह स्वयं गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उसी दौरान जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमले में गुजरात के कुछ पर्यटक मारे गए थे। मोदी ने कहा कि आजाद ने जब उन्हें फोन पर इसकी जानकारी दी तो उनके आंसू रूक नहीं रहे थे और ऐसा लगा कि आजाद ने परिवार के सदस्य के रूप में गुजरात के प्रभावित लोगों की चिंता की। प्रधानमंत्री इस घटना का जिक्र करते हुए खुद भावुक हो गए। प्रधानमंत्री ने आजाद के शौक का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने सरकारी बंगले में एक सुंदर बगीचा तैयार किया है जो कश्मीर घाटी की याद दिला देता है।