नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण को कोविड-19 महामारी के बाद उभरते नये और आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर किसान की तस्वीर करार दिया और कहा कि श्रमिकों, किसानों एवं गरीबों के उत्थान करने वाली सरकार की आलोचना करने वाले आदर्श नेता नहीं हो सकते हैं।
लोकसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा की लॉकेट चटर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने कोविड-19 महामारी से मुकाबले में आपदा को अवसर में बदलते हुए आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया और बहुत कम समय में पीपीई किट, मास्क, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन सहित कई दवाओं के मामले में देश को आत्मनिर्भर बनाने और आयातोन्मुखी परिदृश्य को निर्यातोन्मुखी बनाने का काम कर दिखाया।
चटर्जी ने कहा कि अमेरिका जैसे विकसित देश ने लॉकडाउन नहीं किया तो वहां क्या हाल हो गया। भारत लॉकडाउन करके कोरोना को परास्त करने के करीब है। उन्होंने पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि विपक्ष शासित राज्यों में केन्द्रीय योजनाओं के धन एवं योजनाओं का नाम बदल कर राजनीतिक लाभ उठाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना एवं आयुष्मान भारत योजना को पश्चिम बंगाल में नहीं लागू किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस को राजनीति करना है तो भाजपा से करे, किसानों एवं गरीबों से क्यों कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने पश्चिम बंगाल को मेडिकल कॉलेज, एम्स, चाय बगान के विकास, श्रमिकों के जॉब कॉर्ड आदि मामलों में अनेक गुना आवंटन किया। लेकिन राज्य सरकार ने इसका जनता के हित में उपयोग नहीं किया जिससे 50 लाख कामगार राज्य से बाहर चले गये। उन्होंने कहा कि जिनके वोट से सरकार बनायी, उन्हें ही धिक्कार दिया। युवाओं के लिए नयी शिक्षा नीति नहीं लागू की।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के लिए पैसा भेजा लेकिन तृणमूल के नेता पॉकेट में डाल रहे हैं। उन्होंने कोरोना की वैक्सीन को लेकर राजनीति करने का भी आरोप लगाया। चटर्जी ने तृणमूल कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल को मिनी पाकिस्तान नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में जयश्रीराम कहे जाने पर जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने का साकार किया है।