नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं राज्यसभा सांसद अहमद पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
कोविंद ने ट्वीट के जरिए अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पटेल न केवल दक्ष सांसद थे, बल्कि उनमें कुशल रणनीतिकार का कौशल और जननेता का जादू भी समाहित था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अपने मैत्री भाव के कारण पार्टी के बाहर भी उन्होंने दोस्त बनाए थे। उनके परिजनों और दोस्तों को मेरी संवेदनाएं।’’
नायडू ने कहा, ‘‘ राज्य सभा के सदस्य अहमद पटेल जी के निधन का समाचार पाकर स्तब्ध हूं। वरिष्ठ सांसद पटेल अपने संसदीय अनुभव, सद्भाव और सौहार्दपूर्ण सम्बन्धों के लिए जाने जाते थे। ईश्वर दिवंगत पुण्यात्मा को शांति तथा उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करें।’’
मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा है, ‘‘अहमद पटेल जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में लंबे समय तक समाज की सेवा की। अपनी तीक्ष्ण बुद्धि के लिए जाने जाने वाले पटेल का कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘पुत्र फैजल से बात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की। भगवान से प्रार्थना है की अहमद भाई की आत्मा को शांति प्रदान करें।’’
शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल जी के निधन की सूचना अत्यंत दु:खद है। अहमद पटेल जी का कांग्रेस पार्टी और सार्वजनिक जीवन में बड़ा योगदान रहा। मैं दु:ख की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।’’
बिरला ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘वरिष्ठ राजनीतिज्ञ एवं राज्यसभा सांसद अहमद पटेल का निधन दुखद है। वह सभी से मधुर संबंध रखने वाले व्यक्तित्व थे और सभी दलों के नेताओं से उनकी सद्भावना रही।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके निधन से उत्पन्न शून्य की पूर्ति असम्भव है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।’’
गांधी ने यहां जारी शोक संदेश में कहा, ‘‘अहमद पटेल के रूप में मैंने अपना एक ऐसा सहयोगी खो दिया है जिसका जीवन कांग्रेस को समर्पित रहा है। उनकी ईमानदारी, समर्पण और काम के प्रति जो निष्ठा रही है वह उन्हें दूसरों से अलग नेता के रूप में स्थापित करती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक ऐसा निष्ठावान सहयोगी और मित्र खो दिया है जिसका विकल्प संभव नहीं है। मैं उनके निधन से सदमे में हूं और पीड़ति परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पटेल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘यह दुख भरा दिन है। अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के पिलर थे। उन्होंने कांग्रेस में ही श्वांस ली, कांग्रेस के लिए ही जिए और संकट काल में पार्टी के साथ खड़े रहे। वह पार्टी की संपत्ति थे। हम उनको हमेशा याद करेंगे। पीड़ति परिवार के प्रति मेरी संवेदना।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘‘अहमद जी अत्यंत समझदार और अनुभवी नेता थे। मैं उनसे हमेशा विचार विमर्श करती और उनकी सलाह लिया करती थी। वह हमारे सच्चे मित्र थे। उनके निधन से कांग्रेस को गहरी क्षति हुई है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।’’
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘‘निशब्द..जिन्हें हर छोटा बड़ा, दोस्त, साथी..विरोधी भी...एक ही नाम से सम्मान देते- ‘अहमद भाई’! जिन्होंने सदा निष्ठा एवं कर्तव्य निभाया,वह जिन्होंने सदा पार्टी को ही परिवार माना,वह जिन्होंने सदा राजनीतिक लकीरें मिटा दिलों पर छाप छोड़ी,अब भी विश्वास नहीं..अलविदा, अहमद जी।’’
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पटेल के निधन पर गहरा शोक शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, कुशल सांसद, सौम्य एवं शानदार व्यक्ति अहमद भाई के निधन से स्तब्ध हूँ। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना।’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी तथा अन्य प्रमुख नेताओं ने पटेल के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि पटेल का बुधवार तड़के तीन बजे निधन हो गया। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। उनके पुत्र फैसल ने ट्विटर पर अपने पिता के निधन की जानकारी साझा की। इकहत्तर वर्षीय पटेल अक्टूबर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें 15 नवंबर को मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।