अमृतसर। केन्द्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में रेल रोको आंदोलन कर रहे किसानों का आंदोलन समाप्त होने के बाद मंगलवार को मुंबई से गोल्डन टैंपल एक्सप्रेस रेल तरन तारन से होते हुए अमृतसर पहुंची। पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के साथ हुई बैठक में सभी किसान संगठनों ने रेल रोको आंदोलन को समाप्त करने पर सहमति जताई थी लेकिन एक संगठन किसान मजदूर यूनियन द्वारा आंदोलन यथावत जारी है।
जिला उपायुक्त गुरप्रीत सिंह खैहरा सोमवार को पूरी रात जंडियाला गुरू रेलवे स्टेशन पर बैठे किसान मजदूर यूनियन के सदस्यों को मनाने की कोशिश करते रहे लेकिन किसानों के नहीं मानने पर रेलगाड़ी को व्यास रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया।
जिला प्रशासन द्वारा रेल यात्रियों को गंतव्य पर पहुंचाने के लिए बसों का प्रबंध किया गया था लेकिन रेलवे अधिकारी तरनतारन के रास्ते रेलगाड़ी को अमृतसर तक भेजने के लिए राज़ी हो गए। इसके पश्चात गोल्डन टैंपल एक्सप्रेस को बरास्ता तरनतारन अमृतसर के लिए रवाना किया जो लगभग पौने नौ बजे अमृतसर पहुँच गई। ज़िला प्रशासन की ओर से यात्रियों के लिए चाय -बिस्किट के अतिरिक्त उन्हें उनके घरों तक छोड़ने के लिए बसों का प्रबंध भी किया गया था।
रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए यात्रियों ने अपनी परेशानी का ज़िक्र करते हुए कहा कि हम किसानों की माँगों का समर्थन करते हैं, परन्तु इस तरह रेल रोक कर लोगों को परेशान करना जायज नहीं। बहुत से मसाफिरों का तर्क था कि किसानों की लड़ाई केंद्र सरकार के साथ है, न कि पंजाब सरकार के साथ। इसलिए किसानों को पंजाब की जगह दिल्ली जा कर ही संघर्ष करना चाहिए। ताकि पंजाब और राज्य के लोगों का वित्तीय नुक्सान न हो।