भोपाल। मध्यप्रदेश के 28 विधानसभा उपचुनावों में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ऐतिहासिक और शानदार विजय के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इसे शालीनता और विनम्रता की विजय तथा दंभ और अहंकार की पराजय करार दिया। उपचुनाव में 28 में से भाजपा की 19 पर विजय सुनिश्चित मानी जा रही है। भाजपा के वर्तमान में 107 विधायक हैं और इन 19 के साथ संख्या बढ़कर 226 हो जाएगी। जबकि दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में स्पष्ट बहुमत के लिए न्यूनतम 116 विधायकों की आवश्यकता है। हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचे श्री चौहान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा का नाम लेते हुए उनके प्रति भी आभार व्यक्त किया।
चौहान ने कहा कि उपचुनाव में जनता ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार के कार्यों पर मुहर लगायी है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और अन्य नेता एवं पदाधिकारी भी मौजूद थे। चौहान ने कहा कि उपचुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक हैं। जनता ने भाजपा के 15 सालों और वर्तमान में सात माह के कार्यां पर मुहर लगाने के साथ ही 15 माह की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यों को नकार दिया है। इसके अलावा कांग्रेस ने जिस तरह से गद्दार, बिकाऊ और अन्य तरह के स्तरहीन आरोप लगाए थे, उन्हें भी जनता ने नकारते हुए कांग्रेस को सबक सिखाया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाने वाली कांग्रेस को जनता ने पूरी तरह नकार दिया और मात्र सवा साल बाद भाजपा पर फिर से और मजबूती के साथ भरोसा जताया है। इसलिए हम सभी की जिम्मेदारी राज्य की सात करोड़ से अधिक आबादी के प्रति और अधिक बढ़ जाती है।