नयी दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को देश के नौ राज्यों में कोरोना वायरस कोविड-19 के प्रबंधन के उपायों तथा जन स्वास्थ्य संबंधी स्थिति को लेकर उक्त राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। केंद्रीय मंत्री ने आंध्र प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, हरियाणा और केरल में कोविड-19 प्रबंधन को लेकर इन राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रधान सचिवों / अपर मुख्य सचिवों के साथ विचार-विमर्श किया।
इन राज्यों की ओर से केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा, असम के स्वास्थ्य मंत्री पीयूष हजारिका, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री एटेला राजेन्द्रा, हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजीव सेजल ने इस बैठक में हिस्सा लिया। ये वो राज्य हैं, जहां पूरे प्रदेश या उनके कुछ जिलों में कोरोना संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इन राज्यों से सात दिन के औसत के आधार पर अधिक औसत दैनिक मामले, जांच में कमी, अस्पताल में भर्ती होने के एक या दो या तीन दिन के भीतर मृत्यु की अधिक दर, संक्रमण मामले दोगुना होने की अधिक दर, जोखिम वाली जनसंख्या में अधिक मृत्यु होने की खबर मिल रही है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश महामारी के 11वें महीने में पहुंच गया है। कोविड पर पहली बैठक आठ जनवरी, 2020 को बुलाई गई थी। सर्दी और त्योहारों के मौसम में अधिक जोखिम होने पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि दशहरे से शुरू होकर दिवाली, छठ पूजा, क्रिसमस और अगले वर्ष मकरसंक्रांति तक त्योहारों के समूचे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोविड के साथ देश की यात्रा को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि किस प्रकार देश में प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई गई। जनवरी में एक प्रयोगशाला पुणे में हुआ करती थी, जबकि आज इनकी संख्या बढ़कर 2,074 हो गई है।