पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि संपर्क के साधनों (कनेक्टिविटी) पर अब तक संपूर्णता में नहीं सोचने की वजह से देश को भारी नुकसान उठाना पड़ा है लेकिन अब उनकी सरकार इन कमियों को पीछे छोड़कर मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी पर ध्यान दे रही है। मोदी ने सोमवार को वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में 14260 करोड़ रुपये की लागत से 350 किलोमीटर लंबी नौ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) परियोजनाओं के शिलान्यास तथा हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर से इंटरनेट सुविधा का शुभारंभ करने के बाद कहा कि कनेक्टिविटी एक ऐसा विषय है जिसे टुकड़ों में सोचने की बजाय संपूर्णता में सोचना होगा।
कनेक्टिविटी पर अब तक संपूर्णता में नहीं सोचने की वजह से देश को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। लेकिन, 21वीं सदी का भारत और बिहार अब इन सारी पुरानी कमियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है। आज देश में मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी पर बल दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश में राजमार्ग इस तरह बन रहे हैं कि वह रेल रूट और हवाई रूट से लिंक हो।
रेल रूट ऐसे बन रहे हैं कि वह बंदरगाह से लिंक हो। यानी यातायात का एक साधन दूसरे साधन को जुड़ा हो। इससे लॉजिस्टिक को लेकर देश में जो समस्याएं रही हैं वह भी बहुत हद तक दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास का सबसे अधिक लाभ समाज के सबसे कमजोर वर्ग को होता है। इससे किसानों को भी बहुत अधिक लाभ होता है। अच्छी सड़कें और नदियों पर पुल बनने से किसानों के लिए खेत और बाजार की दूरी कम हो जाती है।