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सम्पूर्ण साक्षरता से देश बनेगा आत्मनिर्भर: डॉ निशंक पोखरियाल

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 11 2020 12:18AM | Updated Date: Sep 11 2020 12:19AM
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नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा है कि दुनिया में सभी को साक्षर होने का पूरा अधिकार है क्योंकि साक्षरता विकास का एक ऐसा उत्प्रेरक है, जो व्यक्ति को न केवल समुचित आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक लाभ प्राप्त करने के लिए बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विकास में योगदान के लिए भी सक्षम बनाता है। डॉ निशंक ने रोटरी इंटरनेशनल द्वारा 'भारत में सम्पूर्ण साक्षरता-एक दिशा' पर आयोजित एक अंतराष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि वर्ष 2030 तक सम्पूर्ण साक्षरता का लक्ष्य रखा गया है और साक्षरता राष्ट्रीय प्रगति, सार्वभौमिक भाईचारे एवं सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कहा करते थे,‘‘साक्षरता अपने आप में कोई शिक्षा नहीं है, साक्षरता न तो शिक्षा का अन्तिम लक्ष्य है और न उसका आरम्भ। शिक्षा से मेरा मतलब है कि बच्चे और मनुष्य के शरीर, मन और आत्मा में श्रेष्ठतर शक्तियों का निरूपण। शायद यही वजह है कि 2030 तक सौ फीसदी साक्षरता का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए हम कृतसंकल्प हैं। ’’ केंद्रीय मंत्री कहा कि साक्षरता मिशन के तहत ‘पढ़ना-लिखना अभियान’ आरम्भ किया है जिसका लक्ष्य देश भर के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के निरक्षर और अंकीय ज्ञानविहीन 57 लाख वयस्कों को प्रकार्यात्मक साक्षरता प्रदान करना है।

इस अभियान से जुड़ने वाले ज्यादातर महिलाएं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और समाज के अन्य वंचित वर्ग के लोग शामिल हैं। डॉ निशंक ने कहा, ‘‘ शिक्षा मंत्रालय ने लगातार चुनौतियों को अवसर में बदलने का प्रयास किया है। मंत्रालय ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत ‘नेशनल इनिशिएटिव फॉर स्­कूल टीचर्स हॉलिस्­टिक एडवांसमेंट (निष्ठा) जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं जिसमें राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में 42 लाख शिक्षकों के कौशल और ज्ञान को अद्यतन करने का लक्ष्­य रखा गया है।

इसके अलावा स्वयं, एनआरओईआर, दीक्षा, ई-पाठशाला, प्रज्ञता, पीएम ई-विद्या, वन नेशन-वन डिजिटल प्लेटफार्म, एक कक्षा-एक चैनल इत्यादि योजनाओं के द्वारा हमनें शिक्षण का काम जारी रखा। रोटरी इंटरनेशनल एवं एनसीईआरटी द्वारा शुरू की गई विद्यादान 2.0 करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘रोटरी इंटरनेशनल कक्षा एक से 12 तक के सभी विषयों के लिए एनसीईआरटी को हिंदी भाषा में उच्च गुणवत्ता का ई-कंटेंट उपलब्ध कराएगा जो छात्रों को काफी फायदा पहुंचाएगी।’’

इस वेबिनार में शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, स्कूली शिक्षा और साक्षरता सचिव अनिता करवाल, संयुक्त सचिव प्रौढ़ शिक्षा एवं महानिदेशक (राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण) विपिन कुमार, एनसीईआरटी के निदेशक प्रो. ऋषिकेश सेनापति, रोटरी इंटरनेशनल के प्रेजिडेंट शेखर मेहता, रोटरी इंटरनेशनल के निदेशक कमल सांघवी के अलावा कई गणमान्य लोग जुड़े थे।

 
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