शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक रीता धीमान कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद विधानसभा सचिवालय में तैयारियों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। सचिवालय ने सत्र को लेकर कहा था कि परिसर में आने वाले हर व्यक्ति का तापमान जांचा जाएगा लेकिन विधायक के कोरोना संक्रमित और लक्षण होने के बावजूद चेकिंग न होने पर सभी मौन हैं।
ज्ञात रहे कि धीमान ने सत्र के पहले दिन सदन में मौजूद रहीं और शाम छह बजे तक सदन में बैठी रहीं।
शाम के वक्त कुछ दिक्कत होने के कारण विधानसभा की डिस्पैंसरी में उनका रैंडम सैंपल लिया गया, जिसकी रिपोर्ट देर शाम पाजिटिव आई है। उनके पॉजिटिव आने से विधानसभा में हड़कंप का माहौल है। उनके प्राथमिक संपर्कों की खोज की जा रही है। उनके कोराना पाजिटिव होने की पुष्टि अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर डी धीमान ने की है।
रीता धीमान को डाक्टरों की सलाह पर कोविड केयर सेंटर मशोबरा या आईजीएमसी शिफ्ट किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि श्रीमती धीमान (45)भाजपा की टिकट पर पहली बार जीतकर विधानसभा पंहुची हैं। उनके पाजिटिव पाए जाने के बाद विधानसभा परिसर में उन्हीं के साथ रहने वाली भोरंज की भाजपा विधायक कमलेस कुमारी का भी रैंडम सैंपल लिया जा सकता है। श्रीमती धीमान ने बताया कि वे विधानसभा के पहले दिन सत्र में भाग लेने पंहुची थी, लेकिन इस दौरान उन्होंने लोगों से मिलते हुए शारीरिक दूरी के नियमों का बखूबी पालन किया है।
इसके साथ ही विस सचिवालय अब सभी मंत्रियों विधायकों की टेस्टिंग को लेकर भी मंथन कर रहा है।
दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार लोगों को खुद ही टेस्ट कराने और लक्षण होने पर न आने के लिए कहा था। लेकिन अब विधायक के कोरोना संक्रमित होने के बाद विचार किया जा रहा है कि टेंिस्टग की जा रही है। इधर, विस अध्यक्ष ने मंत्रियों और विधायकों से अपील की है कि जिसे भी कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं, वे खुद को आईसोलेट कर लें।